देश की बढ़ती जनसंख्या अब हमारे संसाधनों पर बोझ बनती जा रही है। इसलिए देश को एक ऐसे सख्त कानून की जरूरत है, जो इस बढ़ती आबादी को नियंत्रित करे। सुदर्शन न्यूज़ के सीएमडी सुरेश चव्हाणके जी की लंबे अरसे से मांग रही है कि "हम दो, हमारे दो, तो सबके दो"... अपने इस मिशन को जन आंदोलन बनाने के लिए वो कई बार देश व्यापी यात्राओं पर भी निकले हैं। अनेक सांसद, विधायक, मंत्री और देश की जानी मानी शख्सियतों ने सुरेश जी के मिशन को समय समय पर अपना नैतिक समर्थन भी दिया है।
योगी सरकार की योजना
योगी अदित्यनाथ की सरकार यूपी में दो से अधिक बच्चों वाले लोगों को पंचायत चुनाव लड़ने से रोकने का मन बना चुकी है। प्रदेश में पंचायती चुनाव अक्टूबर से दिसंबर के मध्य प्रस्तावित थे। लेकिन कोविड महामारी के चलते अब इन तिथियों पर चुनाव संभव नही है। इसलिए इन्हें अगले वर्ष फरवरी से मई के बीच सम्पन्न कराया जा सकता है। योगी सरकार की योजना है कि इन चुनावों में सिर्फ वही लोग भाग लें जिनके सिर्फ दो ही बच्चे हैं। यदि ऐसा हुआ तो इससे आने वाले दिनों में जनसंख्या नियंत्रण अभियान को सकारात्मक गति मिलेगी। ऐसे आंकड़े है कि इन पंचायत चुनाव में करीब 30 लाख लोग अपनी अपनी प्रत्याशिता पेश करते हैं। इतनी बड़ी आबादी को यदि जनसंख्या नियंत्रण के लिए जागरूक/बाध्य किया जा सका तो इस दिशा में ये अपने आप में एक बड़ा कदम होगा।
कई राज्यों में पहले से लागू है ये व्यवस्था
इसके लिए योगी सरकार को पंचायतीराज एक्ट में एक संशोधन करना होगा। जिसके लिए सरकार कानूनी राय लेने बाद इसे अमली जामा पहनाने की तैयारी में है। ऐसा नहीं है कि उत्तर प्रदेश इस तरह का कानून लागू करने वाला पहला राज्य होगा, बल्कि उत्तराखंड, हरियाणा व ओडिशा समेत करीब आधा दर्जन राज्यों में यह कानून पहले से काम कर रहा है। हां यूपी देश का सबसे बड़ा राज्य जरूर बन जायेगा, जिससे प्रेरित होकर आने वाले दिनों में कुछ और बड़े राज्य इस तरह का कदम उठा सकते हैं।