इनपुट- संदीप मिश्रा, लखनऊ
उ०प्र० में कोरोना के खिलाफ जारी टीकाकरण अभियान को लेकर कई लोग लापरवाही बरतते नजर आ रहे हैं। यह लापरवाही आम आदमी से लेकर राज्य कर्मचारियों के स्तर तक देखी जा रही है। इसको देखते हुए अब यूपी परिवहन निगम ने एक बड़ा आदेश किया है। परिवहन निगम MD धीरज साहू के आदेश पर उन चालकों व परिचालकों का जिन्होंने अब तक कोरोना टीका लगवाने का सर्टिफिकेट निगम को उपलब्ध नहीं कराया है उनका वेतन जून से रोक दिया जाएगा। दरअसल कोविड को लेकर परिवहन विभाग के कर्मचारियों की शिथिलता को देखते हुए निगम ने यह आदेश लिया है। इससे पहले परिवहन विभाग के कर्मचारियों के लिए लगाए गए टीकाकरण कैंप में बहुत कम कर्मचारियों ने वैक्सीन ली थी
यात्रियों की सुरक्षा के साथ कोई समझौता नही -
कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर के चलते परिवहन निगम के चालकों और परिचालकों ने जिस तरह से यात्रियों को उनके गंतव्य तक पहुंचाने का बीड़ा उठाया, उसकी भरपूए सराहना हुई है लेकिन इस दौरान यात्रियों की और कर्मचारियों की सुरक्षा के दृष्टिगत परिवहन निगम के एमडी धीरज साहू ने जो आदेश दिया है उससे संक्रमण के बढ़ने की आशंका पर काफी हद तक लगाम लग पाएगा। धीरज साहू के अनुसार वह यात्रियों की सुरक्षा से कोई समझौता बर्दाश्त नहीं करेंगे। यात्रा के दौरान यात्रियों को उनके गंतव्य तक सुरक्षित पहुंचाने की जिम्मेदारी परिवहन निगम की है, इसलिए निगम भी इसमें किसी तरह की कोई कोताही नहीं बरतना चाहते है।
50% से भी कम कर्मचारियों ने लगवाया था टीका -
लखनऊ परिक्षेत्र में ड्राइवर कंडक्टर समेत साढ़े तीन हजार कर्मचारी हैं। इनमें 25 मई से वैक्सीन लगवाने के लिए बस अड्डे पर कैंप में मात्र डेढ़ हजार कर्मियों ने हिस्सा लिया था। बाकी कर्मियों को अब अपने स्तर से वैक्सीन का टीका लगवाकर ड्यूटी पर आना होगा।