सीमित जल संसाधनों को ध्यान में रखते हुए जल शक्ती मंत्री ने कहा कि हमारे आर्थिक विकास की शुरुआत के लिए सबसे पहले हमारा जल संसाधन और ऊर्जा है। उन्होनें यह भी कहा कि हमारे आर्थिक विकास और प्राकृतिक संसाधनों का ग्राफ मिलता जुलता है।मंगलवार को जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने बताया कि गंगा और उसकी सहायक नदियों की सफ़ाई परियोजना के लिए 30 हज़ार करोड़ रुपयों को मंजूरी दें दी गयी है।
सीमित जल संसाधनों को ध्यान में रखते हुए, जल शक्ती मंत्री ने कहा कि हमारे आर्थिक विकास की शुरुआत के लिए सबसे पहले हमारा जल संसाधन और ऊर्जा है। उन्होनें यह भी कहा कि हमारे आर्थिक विकास और प्राकृतिक संसाधनों का ग्राफ मिलता जुलता है।
उन्होंने कहा कि भारत की जनसांख्यिकीय, भौगोलिक विशालता, सीमित जल संसाधनों और पर्यावरणीय चुनौतियों का सामना करने की इच्छा को देखते हुए यह ज़रुरी है कि हम पानी और प्राकृतिक संसाधनों का उपयोग ध्यान से करे। जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि गंगा और उसकी सहायक नदियों की सफ़ाई के कार्य के लिए कई ढाचें त्यार किए गए हैं।
आपको बता दें कि 30 हज़ार करोड़ रुपयों को परियादनाओं के लिए मंजूरी दें दी गयी है। शेखावत ने अन्य सेंघटनों के सहायता से नमामि गंगे आंदोलन को जन आंदोलन में परिवर्तित कर खुशी जताई। साथ ही साथ 100 से अधिक गंगा किनारे जिलों कि परेशानियों पर भी चर्चा कि जाती है।