राजस्थान में कांग्रेसी प्लेन के कॉकपिट से सचिन पायलट इजेक्ट बटन दबाने को बेताब दिख रहे हैं... पिछले काफी समय से पार्टी में चल रही उथल-पुथल और पुराने नेता वर्सेज युवा नेताओं की चल रही जंग को देखते हुए सचिन पायलट प्लेन से बाहर निकलने का मन पहले भी बना चुके थे... शुक्रवार को अपने पिता राजेश पायलट की पुण्यतिथि मनाने सचिन दौसा पहुंचे थे... मामला पारिवारिक था लेकिन इसी बहाने 5-6 विधायकों की मौजूदगी ने बता दिया कि पायलट का एग्जिट प्लान चल रहा है.. हालांकि इसबार गहलोत की तरफदारी करने वाली प्रियंका गांधी ने सचिन को फोन कर धैर्य रखने को कहा है..
वहीं बात पंजाब की करें तो वहां भी मुख्यमंत्री के विरूद्ध नवजोत सिद्धू ने मोर्चा खोल रखा है.. सिद्धू का भी विवाद काफी पुराना हो चला है... इस विवाद को खत्म करने के लिए सोनिया गांघी ने 3 सदस्यीय कमेटी बनाई थी.. जिसने अपनी रिपोर्ट सोनिया गांघी को सौंप दी है.. इस कमेटी में मल्लिकार्जुन खड़गे, हरीश रावत और जयप्रकाश अग्रवाल शामिल थे.. फिलहाल कांग्रेस की ओर से मिल रहे संकेतों से लग रहा है कि अमरेंदर की पंजाब के कैप्टन बने रहेंगे ।
कांग्रेसशासित राज्यों में नेतृत्व बदलाव का संक्रमण सा लगा हुआ है... सिर्फ पंजाब और राजस्थान ही नहीं.. छत्तीसगढ़ में भी मुख्यमंत्री के बदलाव की चर्चा हो रही है.. हालांकि छत्तीसगढ़ में जीत के बाद पार्टी ने भूपेश बधेल को सीएम बना कर ईनाम दिया था.. और माना जा रहा था कि अगले ढाई साल प्रदेश में सरकार का नेतृत्व जनघोषणा पत्र समिति की कमान संभाल रहे टीएस सिंहदेव संभालेंगे ।
कांग्रेस के सामने इस समय बड़ा संकट अपने मुख्यमंत्रियों के नेतृत्व को लेकर है.. और जिस तरह राहुल गांधी की चौकड़ी का हर पाया एक-एक कर दरकता जा रहा है.. उससे राहुल और उनकी पार्टी का भविष्य.. खतरे में नजर आ रहा है..।