लॉकडाउन में सबसे ज्यादा मुसीबतों का पहाड़ प्रवासी मजदूरों पर टूटा है व्यापार और उद्योग सेक्टर पूरी तरह से बंद पड़ा हुआ है ऐसे में मजदूर मजबूर होकर अपने घरों की तरफ जा रहे है लेकिन कुछ राज्य सरकारे और कुछ राजनेता इन बेबस मजदूरों पर भी सियासत की रोटियां सेक रहे है बीजेपी के प्रवक्ता संबित पात्रा ने कांग्रेस और टीएमसी पर प्रवासी मजदूरों की वापसी को लेकर राजनीति करने का आरोप लगाया है पात्रा ने कहा कि जहां से मजदूरों के लिए ट्रेनें चलनी है वो राज्य अनुमति दे रहे है लेकिम जहाँ ट्रेन पहुँचनी है वो राज्य इजाजत नही दे रहे
आखिर घर क्यों नही जा पा रहे मजदूर...
संबित पात्रा ने कहा कि कांग्रेस शासित राज्य और टीएमसी शासित राज्य प्रवासी मजदूरों पर राजनीति कर रहे है पश्चिम बंगाल, राजस्थान, छत्तीसगढ़ और झारखंड की बात करे तो सबसे ज्यादा मुसीबतों का सामना यहाँ रहने वाले मजदूरों को करना पड़ रहा है जिन राज्यो से मजदूरों को जाना है वहाँ की सरकार ने तो सारी व्यवस्था कर दी है लेकिन इन मजदूरों के ग्रह राज्य सरकारे ट्रेनों की अनुमति नही दे रहे है
केंद्र सरकार ने मजदूरों की घर वापसी के लिए क्या किया...
संबित पात्रा ने कहा कि केंद्र सरकार ने प्रवासी मजदूरों के लिए 1200 ट्रेनों का इंतज़ाम किया साथ ही उन्होंने कहा कि रोजाना 300 ट्रेनें श्रमिको के लिए चल सकती है और लगभग 5 लाख मजदूर प्रतिदिन अपने घर पहुँच सकते है एक आंकड़े के मुताबिक देश मे करीब 20 लाख ऐसे मजदूर है जो अपने ग्रह राज्य जाना चाहते है