पिछले कुछ दिनों से बिहार और उत्तर प्रदेश में भारी बारिश हो रही है। 30 सितंबर को भी इन दोनों राज्यों के कई जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। वहीं, अगर दिल्ली की बात करें तो बारिश की उम्मीद लगाए बैठे दिल्लीवासियों को आईएमडी ने बुरी खबर दी है। मौसम विभाग के मुताबिक दिल्ली में एक बार फिर गर्मी बढ़ने वाली है। 5 अक्टूबर तक आसमान साफ रहने की संभावना है। अगले कुछ दिनों में मानसून भी दिल्ली से चला जाएगा।
मौसम विभाग के मुताबिक, सोमवार को आसमान में हल्के बादल छाए रह सकते हैं। लेकिन बारिश की संभावना नहीं है। अधिकतम तापमान 35 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 25 डिग्री सेल्सियस रह सकता है।
यूपी-बिहार समेत इन राज्यों में हो रही जबरदस्त बारिश
मौसम विभाग के मुताबिक, यूपी-बिहार, राजस्थान, झारखंड में मानसून एक बार फिर सक्रिय हो गया है. सोमवार को इन राज्यों में बारिश के आसार हैं। बिहार की राजधानी पटना के लिए मौसम विभाग ने 30 सितंबर के लिए बारिश, वज्रपात और 30 से 40 किलोमीटर की रफ्तार से हवा चलने का अलर्ट जारी किया है। वहीं, पहाड़ी राज्यों की बात करें तो आज हिमाचल प्रदेश और जम्मू के कई इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है।
बिहार में बाढ़ का कहर
बाढ़ के कारण बिहार के हालात बद से बदतर होते जा रहे है। राज्य की 10 से ज्यादा नदियां उफान पर हैं। पूरा उत्तर बिहार बाढ़ की चपेट में है। 13 से ज्यादा जिलों के लाखों लोग प्रभावित हुए हैं। नदी किनारे के इलाकों से लोगों को हटाया जा रहा है। एसडीआरएफ की टीमें बचाव और राहत कार्य में जुटी हुई हैं। एनडीआरएफ की टीमें भी प्रभावित इलाकों के लिए रवाना हो गई हैं। लोगों के घर बाढ़ के पानी में डूब गए हैं। प्रशासन अनाउंसमेंट कर लोगों से पानी में डूबे अपने घरों से बाहर निकलने की अपील कर रहा है। जरूरी सामान के अभाव में लोग दुखी मन से जान बचाने के लिए अपना घर छोड़कर सुरक्षित स्थानों की ओर जा रहे हैं।
बिहार के दरभंगा, मोतिहारी, शिवहर, सीतामढ़ी, पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण, अररिया, किशनगंज, गोपालगंज, सुपौल, सीवान, मधेपुरा, मुजफ्फरपुर, पूर्णिया और मधुबनी बाढ़ से बुरी तरह प्रभावित हैं। शिवहर जिले के तरियानी छपरा में बागमती नदी पर बना तटबंध टूट गया है। दरभंगा जिले के किरतपुर प्रखंड के भूभूल में भी तटबंध टूटने की खबर है। राज्य की कोसी, बागमती और गंडक नदियां कहर बरपा रही हैं। बिहार सरकार तटबंधों की 24 घंटे निगरानी कर रही है। जल संसाधन मंत्री विजय कुमार चौधरी के मुताबिक जल संसाधन विभाग के तीन अधीक्षण अभियंता, 17 कार्यपालक अभियंता, 25 सहायक अभियंता और 45 कनीय अभियंता 24 घंटे काम कर रहे हैं।