पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में पुलिस ने शनिवार को सड़कें जाम करने पर इंडियन सेक्युलर फ्रंट के कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज कर दिया है. ISF की ओर से दावा किया गया कि टीएमसी कार्यकर्ताओं ने क्षेत्र में एक रैली में उन पर हमला किया है. इसके लिए उसने टीएमसी नेता अरबुल इस्लाम की गिरफ्तारी की मांग की गई है.
वहीं ट्रैफिक जाम होने के कारण कोलकाता पुलिस ने ISF कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज शुरू कर दिया. ISF कार्यकर्ताओं पर आरोप है कि उन्होंने पुलिस के ऊपर पथराव किया है. भीड़ को तितर-बितर करने और हालात से निपटने के लिए पुलिस को आंसू गैस के गोले दागने पड़े. इस दौरान पुलिस ने 19 लोगों को गिरफ्तार किया और ISF नेता और विधायक नौशाद सिद्दीकी को हिरासत में ले लिया है.
बता दें कि इंडियन सेक्युलर फ्रंट के कार्यकर्ता पार्टी का स्थापना दिवस मना रहे थे. इसके लिए एस्प्लेनेड क्षेत्र में सैकड़ों पार्टी कार्यकर्ता एकत्रित हुए थे. जिसके बाद दोनों ही पार्टी के कार्यकर्ताओं में झड़प होने लगी, जिसे नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया. इस पूरे मामले में पुलिस ने 19 लोगों को गिरफ्तार किया है.
दरअसल, जिस तरह से दोनों गुटों के बीच झड़प हुई थी उसके बाद ट्रैफिक जाम हो गया था. इसकी वजह से पुलिस ने इन लोगों पर लाठीचार्ज कर दिया. आईएसएफ के कार्यकर्ताओं का आरोप है कि इन लोगों ने पहले पुलिस पर लाठीचार्ज किया था. जिसके बाद भीड़ को तितर-बितर करने के लिए और हालात पर काबू पाने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले भी छोड़े गए थे.
बता दें कि कोलकाता पुलिस ने कुल 19 लोगों को गिरफ्तार किया है. साथ ही आईएसएफ के नेता और विधायक नौशाद सिद्दीकी को भी हिरासत में लिया गया है. लेकिन पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव से पहले 21 जनवरी को पीरजादा सिद्दीकी ने इंडियन सेक्युलर फ्रंट का गठन किया था. पार्टी के स्थापना दिवस के कार्यक्रम के दौरान ही टीएमसी के कार्यकर्ताओं के साथ झड़प हो गई.