छत्तीसगढ़ के बिलासपुर शहर के ग्राम कोरमी में 8 लोगों की मौत इसलिए हो गई क्योंकि उन्होंने शराब की जगह में होम्योपैथिक दवा का सेवन कर लिया था । वही तीन लोगों की स्थिति अब भी गंभीर बनी हुई है।
पूरे मामले में पुलिस ने अपराध दर्ज कर लिया है। आरोपी डॉक्टर और अन्य लोगों से पूछताछ की जा रही है। छत्तीसगढ़ में कोरोना संक्रमण की वजह से लॉक डाउन लगा हुआ है। जिसकी वजह से शराब दुकान बंद है। ऐसे में शराब के वैकल्पिक उपाय ढूंढने के चक्कर में अल्कोहल युक्त दवा का सेवन किया गया है। घटना के बाद पुलिस ने अलाउंसमेन्ट कर लोगों को जागरूक किया और कहा कि, जिन लोगों ने भी इस दवाई का सेवन किया है, वह तत्काल मेडिकल कैंप में पहुंचकर अपनी जांच कराएं।
कल दोपहर को सिरगिट्टी थाने में सूचना आई की, कुछ लोगों ने अल्कोहल युक्त दवाई का सेवन कर लिया है। पता करने में यह जानकारी सामने आई उन्होंने कोई होम्योपैथिक दवा है जिसमें 91% अल्कोहल है।
उसका सेवन किया था। जहां ज्यादा अल्कोहल की मात्रा किस दवा में बताया गया है। वही मृतकों के द्वारा शराब के विकल्प के रूप में इसे लिया गया । कुछ लोगों ने पानी में मिलाकर इससे पिया है। इस मामले में चार लोगों की मौत पहले ही हो चुकी है और चार अन्य लोगों की आज तड़के मृत्यु हो गई। मृतकों का आज पंचनामा किया जा रहा है।
और आगे की कार्रवाई की जाएगी इसके अलावा और कुछ लोग हॉस्पिटल में भर्ती हैं जिन्हें ज्यादा तकलीफ थी। इसके अलावा ग्रामीण क्षेत्र में मेडिकल कैंप लग गया है। और भी लोगों को लाउडस्पीकर के माध्यम से इसकी जानकारी दी जा रही है, जिन्होंने भी इसका सेवन किया हो वह यहां आकर अपनी जांच करा सकते हैं। इन लोगों ने कहां से कितनी होम्योपैथिक दवा ली और ऐसे ही दूसरे बिंदुओं पर पुलिस जांच कर रही है।
इस तरह से एल्कोहल युक्त होम्योपैथी दवाइयों के सेवन करने से 8 लोगों की मौत हो जाने के बाद, छत्तीसगढ़ बीजेपी के वरिष्ठ नेता और नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि, लोगों को जहां एक तरफ कोरोना संक्रमण की मार झेलनी पड़ रही है, वहीं दूसरी तरफ इस तरह की त्रासदी का सामना करना पड़ रहा है।
मृतक के परिजनों को तत्काल प्रभाव से सरकार के द्वारा आर्थिक सहायता मिलनी चाहिए। अपने आप में इस तरह की घटना बेहद दुर्भाग्य जनक है सरकार और कानून को इस मामले में विस्तार से जांच करनी चाहिए। वहीं दूसरी तरफ ग्रामीण व्यक्ति रमाधार ने बताया की, होम्योपैथिक दवा को पीने के बाद जिनकी मृत्यु हुई है,
वह सभी शराब पीने के आदी थे, लॉक डाउन की वजह से शराब नहीं मिल रही थी, जिसकी वजह से उन्होंने शराब के विकल्प के रूप में इस दवा का सेवन कर लिया होगा और अब उनकी मृत्यु हो गई है।