एक बार फिर से पूरे भारत के जेहन में पालघर गूंज गया है। लोगों के सामने घूम गया है वह वीभत्स दृश्य जब दो संतो को भगवाधारी होने के नाते एक उन्मादी भीड़ ने घेर लिया और उन्हें तब तक मारा गया जब तक उनके प्राण पखेरू उड़ नहीं गए। बात सिर्फ इतनी नहीं थी , बात इसके बहुत आगे भी थी क्योंकि यह हत्या दर्जनों पुलिस वालों के आगे हुई थी जिन्होंने अपने हाथों से संतो को भीड़ के हवाले मार डालने के लिए कर दिया।
लेकिन आगे भी बात यहीं नहीं खत्म हुई । इस मामले को दबाने के लिए हर वह प्रयास किए गए जो हो सकते थे। शुरू में तो एफ आई आर भी दर्ज नहीं की गई और संभवत यदि सुदर्शन न्यूज़ ये ना उठाता तो यह मामला वहीं का वहीं दफन हो गया होता। इसके बाद जब इस मामले को सुदर्शन न्यूज़ ने उठाया सरकारी तंत्र तमाम प्रकार के दबाव बनाने लगा और यहां तक कि परोक्ष रूप से धमकियां भी आने लगी थी। कहा गया कि इस मामले में साधु या संत जैसी या हिंदू हिंदुत्व जैसी बात करने पर कार्यवाही की जाएगी ।। उस समय सुदर्शन न्यूज़ यह सवाल उठाया रहा कि अगर संतों की हत्या पर हिंदू और हिंदुत्व नहीं होगा तो फिर कब होगा ? क्या यह न माना जाए की हिंदुत्व के प्रति नफरत के चलते सन्तो को उनका भगवा देखकर पीट-पीटकर मार डाला गया ?
लेकिन बात यहीं नहीं खत्म हुई.. अचानक ही आ रही एक ऐसी खबर जिसको सुनकर किसी के भी रोंगटे खड़े हो जाएंगे। सुदर्शन न्यूज़ ने पहले ही खुलासा किया था कि संतो के हत्यारों को बचाने के लिए एक ईसाई समूह खुलकर आगे आया था और इस समूह का पूरा इतिहास सुरेश चव्हाणके जी ने अपने बिंदास बोल में बताया था ।। लेकिन उस पर गंभीरता से ध्यान संभवत शासन और प्रशासन द्वारा नहीं दिया गया। अभी हाल ही में संतों व इस घटना में मार डाले गए ड्राइवर के वकीलों ने किसी भी हत्यारे की जमानत नहीं होने की और निचली अदालत से उसे खारिज कर दिया था। यह एक बड़ी विजय थी जिसको वकीलों ने अपने ट्विटर हैंडल पर शेयर भी किया था और उसे खूब पसंद भी किया गया था। इसी मामले में संतो की तरफ से जिस वकील को नियुक्त किया गया था उनकी रहस्यमय परिस्थितियों में मृत्यु हो गई है..
यद्द्पि पुलिस इसे कार दुर्घटना बता रही है लेकिन आम जनमानस के दिलो दिमाग में यह बात संदेह के तौर पर घर कर गई है कि क्या सच में सन्तो को न्याय दिलाने की लड़ाई लड़ रहे वकील दिग्विजय की मौत एक्सीडेंट से ही हुई ? पुलिस के अनुसार यह घटना मुंबई-अहमदाबाद राजमार्ग पर हुई है और इसी मामले में वकील दिग्विजय की कार बुरी तरह से क्षतिग्रस्त अवस्था में मिली है . अभी इस मामले में पुलिस विवेचना जारी है . लेकिन इस घटना के बाद एक बार फिर से लोगों के जहन में सवाल कौंध गया है कि आखिर इस मौत की असली वजह क्या है ?