यूपी के सोनभद्र में आजादी के 75 वर्ष बीत जाने के बाद भी अब तक ऐसे कई विद्यालय है, जहाँ विद्युतीकरण नही हो सकी हैं। कायाकल्प योजना के तहत सरकारी स्कूल भी अब प्राइवेट स्कूलों की तरह सुविधाओं से लैस हो चुके हैं, लेकिन ऐसे में जनपद में परिषदीय स्कूलों में डिजिटल क्लास स्कूल चालू होने के साथ पठन-पाठन भी शुरू हो गए है। परन्तु कुछ विद्यालयों में ये अभी सम्भव नही हो सका है।
सोनभद्र जनपद की भौगोलिक स्थिति के कारण जिले के सैकड़ो ऐसे स्कूल हैं, जहाँ अब तक बिजली नही पहुँची है। बिजली न होने से स्मार्ट क्लास शुरू नही हो पायी है। बेसिक शिक्षा अधिकारी हरिवंश कुमार के हिसाब से जिले के लगभग 560 स्कूलों में बिजली का कनेक्शन करवाने का आदेश दे दिए गए है। अब देखना है कि कितनी जल्दी बिजली के कनेक्शन सभी स्कूलों में कर लिए जाते हैं।
वहीं जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी हरिवंश कुमार ने बताया कि जनपद में कुल विद्यालयों की संख्या 2061 है, जिसमे अभी तक 560 स्कुलो में बिजली नही पहुँच पाई है। बिजली लगाने की कवायद शुरू भी कर दी गई है। लेकिन जनपद सोनभद्र की भौगिलिक स्थिति पहाड़ी है ऐसे में हर जगह बिजली पहुचना सम्भव नही हैं। जहां बिजली नहीं पहुंच रही हैं, वहा सोलर एनर्जी पहुचाई जाएंगी। जिससे न सिर्फ बच्चो को स्मार्ट क्लास मिलेंगे बल्कि गर्मी से भी निजात मिलेगी।
बता दें कि यूपी में कई राज्यों में योगी सरकार ने स्कूलों के विकास के लिए कई कड़े एक्शन लिए हैं. जहाँ स्कूलों को ज्यादा से ज्यादा सुविधाओं से लैस कराने के लिए योगी सरकार कई कदम उठा रही है. इसके लिए कई प्रस्तावों को भी सरकार के समक्ष रखा गया है. क्योंकि अभी ऐसे कई स्कूल हैं जहाँ बच्चो के लिए सुविधाओं की काफी कमी है.