कोरोना के संक्रमण काल में जहां एक तरफ पूरे देश में लॉक डाउन का चौथा चरण चल रहा है, सभी कल-कारखाने और काम धंधे ठप है, श्रमिको की वापसी को लेकर संघर्ष चल रहा है तो वही दूसरी तरफ योगी सरकार नए नए रिकॉर्ड बना रही है। दरसल उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमण से निपटने के लिए जरूरी चीजों का उत्पादन युद्ध स्तर पर हो रहा है। PPE किट का निर्माण हो, खादी के मास्क का निर्माण हो या फिर सबसे ज्यादा इस्तेमाल होने वाले सेनेटाइजर का.. यूपी सरकार हर चीज का उत्पादन स्थानीय स्तर पर कर रही है।
यूपी के सेनेटाइजर ने मचाई धूम-
कोविड-19 के दौर में जब कई प्रदेश मास्क और सेनेटाइजर के लिए दूसरे राज्यो पर निर्भर थे तब उत्तर प्रदेश आत्मनिर्भरता की तरफ बढ़ते हुए सभी आवश्यक चीजो का उत्पादन खुद कर रहा था। उत्तर प्रदेश ने रिकॉर्ड मात्रा में सेनेटाइजर का उत्पादन करके कई प्रदेशों में इसका निर्यात किया है। उत्तर प्रदेश में बना सैनेटाइजर कश्मीर से कन्याकुमारी तक लगभग हर राज्य में सप्लाई हो रहा है। उत्तर प्रदेश अब तक 27 लाख लीटर से ज्यादा सेनेटाइजर का निर्यात कर चुका है।
कौन कौन बना रहा है सेनेटाइजर-
उत्तर प्रदेश में सेनेटाइजर के निर्माण में 86 कंपनिया लगी हुई है।जिसमे से 27 चीनी मिल, 12 डिस्टलियां, 37 सैनेटाइजर कंपनिया और 10 अन्य संस्थान शामिल हैं। यूपी से अब तक 28 अलग अलग राज्यों में इसका निर्यात किया गया है। यूपी सरकार अब तक 27 लाख 20 हजार लीटर से ज्यादा सेनेटाइजर का निर्यात कर चुकी है। यूपी में रोज 2 लाख लीटर से ज्यादा सेनेटाइजर का उत्पादन हो रहा है। योगी सरकार अब तक लगभग 61 लाख 81 हजार लीटर से ज्यादा सेनेटाइजर का उत्पादन कर चुकी है।
जरूरी विभागों को मुफ्त में दिया सेनेटाइजर -
यूपी सरकार ने कोरोना काल में सभी जरूरी विभागों को सैनिटाइजर निशुल्क उपलब्ध कराएं। खासतौर से स्वास्थ्य विभाग, पुलिस विभाग, नगर निगम, नगर पालिकाओं को भरपूर मात्रा में नि:शुल्क सैनिटाइजर उपलब्ध कराया गया ताकि कोई भी कोरोना वारियर संक्रमण का शिकार ना हो।