इनपुट-ज्ञानेश लोहानी,लखनऊ
धर्मांतरण मामले में यूपी एटीएस की जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ रही है। कई चौकाने वाले राज सामने आ रहे है। अभी तक इस मामले में एटीएस 16 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है।
छानबीन में पता चला कि 5 साल के दौरान उमर गौतम की संस्था इस्लामिक दावा सेंटर और फातिमा चैरिटेबल ट्रस्ट को 30 करोड़ से ज्यादा रुपए विदेशी संस्थाओं से मिले मगर उसने इसका 60 फीसदी ही धर्मांतरण पर खर्च किया था।
वडोदरा निवासी सलाहुद्दीन की संस्था अमेरिकन फेडरेशन ऑफ मुस्लिम ऑफ इंडियन ओरिजिन को 5 साल में 28 करोड़ रुपए मिले जो उसने उमर गौतम को दिए थे। इसके अलावा 22 करोड़ रुपए कलीम की संस्था अल हसन एजुकेशनल सोसायटी को भेजे गए थे। यह फंड दुबई, तुर्की और अमेरिकी संस्थाओं की तरफ से भेजे गए थे।
बता दें गिरफ्तार 16 आरोपियों में से 10 आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट भी दाखिल की जा चुकी है। गौरतलब है कि एटीएस ने इसी साल 21 जून को मौलाना उमर गौतम को गिरफ्तार किया था। इस गिरफ्तारी के कुछ ही दिन बाद सलाहुद्दीन जैनुद्दीन शेख का नाम सामने आने पर 30 जून को उसे भी पकड़ लिया गया। वहीं, 21 सितंबर को मौलाना कलीम सिद्दीकी को भी गिरफ्तार कर लिया गया। मौलाना कलीम सिद्दीकी का नाम बड़े इस्लामिक स्कॉलर्स में गिना जाता है।