चुनावी दौर में एक तरफ जहाँ कांग्रेस को आए दिन झटका लगता है क्योंकि बहुत सारे ऐसे कांग्रेस नेता है जो कांग्रेस पार्टी छोड़कर भाजपा और टीएमसी और भाजपा में शामिल हो गए वही, दूसरी तरफ सपा पार्टी से कुछ नेता भाजपा में शामिल हो रहे है। बता दें कि सात दिसंबर को होने वाली अखिलेश-जयंत की रैली से ठीक पहले भाजपा ने सपा, रालोद के साथ बसपा को बड़ा झटका दिया है।
आपको बता दें कि लंबे समय तक सपा की समाजवादी राजनीति से जुड़े गोपाल अग्रवाल, चौ.चरण सिंह विवि से जुड़े अमरोहा के जिला पंचायत सदस्य डा.सोरन सिंह समेत दर्जन भर नेताओं ने भाजपा का दामन थाम लिया। सभी को उपमुख्यमंत्री डा.दिनेश शर्मा, भाजपा की स्क्रीनिंग कमेटी के चेयरमैन डा.लक्ष्मीकांत वाजपेयी ने पार्टी की सदस्यता दिलाई। बताया जा रहा है मेरठ के वरिष्ठ सपा नेता रहे गोपाल अग्रवाल पार्टी में उपेक्षित चल रहे थे। गत दिनों आप के मंच पर भी देखे गये, लेकिन उन्होंने लखनऊ में भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर ली।
वही, इनके साथ ही विवि से जुड़े रालोद छात्र सभा के पूर्व क्षेत्रीय अध्यक्ष डा.सोरन सिंह, बुलन्दशहर के अनूपशहर के चेयरमैन बृजेश शर्मा, एमएलसी प्रत्याशी अर्चना शर्मा, गाजियाबाद के खिलाड़ी विपनेश चौधरी, जदयू के राष्ट्रीय महासचिव केसी त्यागी के पुत्र अमरीश त्यागी, पूर्व आईएएस चंद्र प्रकाश समेत 11 नेताओं, बुद्धिजीवियों ने भाजपा का दामन थाम लिया जिनको भाजपा में शामिल किया गया।
बता दें गोपाल अग्रवाल समाजवादी पार्टी के संस्थापक सदस्यों में से एक थे। वह सपा व्यापार सभा के प्रदेश अध्यक्ष भी रहे हैं। अखिलेश यादव के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने के बाद उपेक्षा से नाराज गोपाल ने कुछ माह पूर्व सपा को अलविदा कह दिया। पिछले दिनों आप के स्थापना दिवस पर गोपाल अग्रवाल ने समारोह में शामिल होकर अपनी राजनीतिक सक्रियता के संकेत भी दिए थे। हालांकि, अब वे भाजपा में शामिल हो गए हैं।