कॉमेडियन मुनव्वर फारुकी अपनी कॉमेडी के चलते हमेशा विवादों में घिरे रहते हैं, पर उनकी इस बार की कॉमेडी उन्हें ज्यादा ही संकट देने वाली नज़र आ रही है। क्योंकि हिंदू धर्म की आस्था को ठेस पहुचाने वाला मामला अब यूपी पुलिस के हांथ में आ गया है। जिसमें मुनव्वर फारूकी के खिलाफ प्रयागराज में दर्ज मुकदमे में प्रोडक्शन वारंट जारी हुआ है।
दरअसल प्रयागराज के जॉर्ज टाउन थाने में आशुतोष मिश्रा नाम के एक युवक ने 19 अप्रैल 20 को एफआईआर दर्ज कराई थी, इस एफआईआर में मुनव्वर पर गृहमंत्री अमित शाह और हिंदू देवी-देवताओं को लेकर की गई अभद्र टिप्पणी का आरोप लगा है। अब मुनव्वर फारूकी के खिलाफ प्रयागराज में दर्ज मुकदमे में प्रोडक्शन वारंट जारी हुआ है प्रयागराज पुलिस ने प्रोडक्शन वारंट इंदौर सीजेएम कोर्ट और जेल में पेश किया है ।
उनके इस मामले में जॉर्ज टाउन थाने के शिशुपाल शर्मा ने बताया कि फारूकी द्वारा यूट्यूब पर अपलोड किए गए एक वीडियो में हिंदू देवी-देवताओं और गोधरा ट्रेन कांड में जलकर मरने वाले हिंदूओं का मजाक उड़ाया गया था। इस मामले की जांच क्राइम ब्रांच कर रही है। अब उनके इसी मामले में पुलिस ने कार्यवाई के लिए कदम बढ़ाया है।
यह था मामला
बता दें कि मुनव्वर फारुकी नव बर्ष के दिन स्टैंडअप कॉमेडी का एक शो के करने इंदौर के मुनरो कैफे गये थे, जहां इंदौर के ही हिन्दू संगठनों के कुछ कार्यकर्ताओं ने शो से पहले ही हंगामा खड़ा कर दिया। यह सब मुनव्वर फारूकी की पिछली कुछ विडियोज की वजह से शुरु हुआ। उन्होंने मुनव्वर पर आरोप लगाया कि वह जानबूझकर हिन्दू देवी-देवताओं का मजाक उड़ाता है। इसके बाद बवाल मचाने वाले कार्यकर्ता कॉमेडी शो के आयोजक और कॉमेडियन को पकड़कर तुकोगंज थाने ले गए।
इंदौर के हिंद रक्षक संगठन द्वारा आरोप लगाए गए थे कि मुनव्वर हिंदू देवी देवताओं का अपमान कर धार्मिक भावनाएं भड़का रहे हैं, जिसके बाद पुलिस ने मुनव्वर फारूकी मुकदमा दर्ज कर उन्हें कोर्ट में पेश किया था, जहां से जेल भेज दिया गया था अब मुनव्वर फारूकी के खिलाफ प्रयागराज में दर्ज मुकदमे में प्रोडक्शन वारंट जारी हुआ है प्रयागराज पुलिस ने प्रोडक्शन वारंट इंदौर सीजेएम कोर्ट और जेल में पेश किया है।
देश में हिंदू धर्म की भावनाओं को ठेस पहुचानें का कुछ चलन सा हो गया है, यहां ज्यादातर फिल्मों और कॉमेडी मंचों पर देवी देवताओं का मजाक बनाया जाता है, जिसे हमारा समाज बिना कोई प्रतिक्रिया दिये मजे से सुनता है। पर सवाल उठता है कि क्या सनातन धर्म की भावनाओ के साथ जानकर खिलवाड़ किया जा रहा है?