उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में एक मुस्लिम परिवार
के चार सदस्य ने इस्लाम छोड़कर हिंदू धर्म में वापसी कर ली है। ‘हिंदू रक्षा दल’ संगठन ने मंदिर में वैदिक रीति-रिवाज से यज्ञ-हवन कराया। फिर सनातन
पद्धति से पूजा-पाठ कराकर सनातन धर्म में वापसी कराई गई। धर्म परिवर्तन के बाद
परिवार ने कहा अब हम खुश है।
आपको बता दें कि 29 सितंबर को ‘हिंदू रक्षा दल’ ने घर-वापसी का यह कार्यक्रम गाजियाबाद के साहिबाबाद इलाके में स्थित
भोपुरा मंदिर में आयोजित किया था। जहां सनातन पद्धति से पूजा-पाठ कराकर मुस्लिम परिवार
को सनातन धर्म में वापसी कराई गई।
इसके साथ ही इन सभी
का नया नाम मिला। इसमें तनवीर को ‘तुषार झा’ और उसके बेटे हुसैन
को ‘युवराज’ नाम दिया गया। वहीं,
इरशाद को ‘गिरीश
भारद्वाज’ और
मीना का नाम ‘सूरजमुखी’ रखा गया है।
हिंदू धर्म को
अपनाने के बाद परिवार
का कहना है कि उनके पूर्वजों ने किसी मजबूरी के चलते इस्लाम कबूल कर लिया था।
लेकिन अब गलती का एहसास होने के बाद वह फिर से हिंदू धर्म अपना रहे हैं। साथ ही
कहा कि अब कसम खाई है कि भविष्य में ऐसी गलती दोबारा नहीं होगी और सनातन धर्म का
पालन करते रहेंगे।
घर-वापसी
का यह कार्यक्रम आयोजित करने वाले ‘हिंदू रक्षा दल’ के राष्ट्रीय
अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी भी मौके पर मौजूद रहे। उन्होंने कहा कि जो लोग भी अपने
मजहब को छोड़कर सनातन धर्म अपनाना चाहते हैं ‘हिंदू रक्षा दल’ उनका स्वागत करेगा।
जो लोग घर वापसी करेंगे उनकी सुरक्षा और साथ देने की जवाबदेही तय की जाएगी।
भूपेंद्र चौधरी ने आगे कहा कि घर वापसी का कार्य
हर सनातनी को अपने जीवन में करना चाहिए। इस तरह के कार्यक्रम आगामी भविष्य में भी
होते रहेंगे। जहां हिंदू एकजुट होता है। वहां हमेशा ही शांति का माहौल होता है।
शांति भंग हो ही नहीं सकती। ऐसे इलाकों में हिंदू धर्म हर हिंदुओं की बहन-बेटियां
हर तरह से सुरक्षित रहती हैं।