अवैध धर्मान्तरण मामले में मौलाना कलीम की गिरफ़्तारी के बाद रोज नए जिहादी साजिस का पर्दा फास हो रहा है। मौलाना कलीम सिद्दीकी के तीन अन्य साथी को गिरफ्तार कर लिया गया है।मो इदरीश कुरैशी, मो सलीम और कुणाल उर्फ आतिफ को गिरफ्तार किया गया है इन तीनो पर देश व्यापी अवैध धर्मान्तरण के सिंडिकेट चलाने का आरोप है और तो और धर्मान्तरण को लेकर हवाला के जरिये फंडिंग का भी आरोप है ।
आपको बता दें तीनो के अकाउंट में 20 करोड़ की रकम का खुलासा हुआ है और ये पैसे विदेश से आ रहे थे देश में धर्मान्तरण की फैक्ट्री चलने वाले मौलाना कलीम का बहुत बड़ा नेटवर्क है । जमीयते इमाम वलीउल्लाह ट्रस्ट के अलग अलग अकाउंट्स से भेजे गए थे ये पैसे ।आपको बता दें ट्रस्ट के इंडियन बैंक के अकाउंट में बैंक ऑफ बहरीन एंड कुवैत से ही 1.5 करोड़ की रकम पहुँची थी ।
आरोपी कुणाल रूस से मेडिकल की पढ़ाई के दौरान हुआ कन्वर्ट हुआ था इस्लाम में और ये नासिक में क्लिनिक संचालन के दौरान मरीजो को धर्मान्तरण के लिए प्रेरित करता था। आरोपी इदरीस ने महज 3 माह में मुजफ्फरनगर में लाखो का मकान बनवा लिया है। कलीम और इदरीस की दिल्ली , मुजफ्फरनगर में भी संपत्तियां मिली है। 10 दिन की रिमांड में कलीम से पूछताछ के बाद तीनो की गिरफ्तारी हुई ।ATS ने नासिक और मुजफरनगर से इन्हे गिरफ्तार किया है और अब इन्हे रिमांड पर लेगी जिसके बाद आगे का खुलासा हो पाएगा। अब यह पता लगाया जाएगा की आखिर इतने पैसे आ कहाँ से रहे थे और कितना बड़ा नेटवर्क इसके पीछे काम कर रहा है।
एटीएस के अधिकारियों ने बताया कि अब तक की विवेचना के दौरान यह जानकारी मिली है कि कलीम सिद्दीकी एक ओर जहां सामाजिक सौहार्द के कार्यक्रम की आड़ में तरह-तरह की लालच देकर अवैध धर्मांतरण का सिंडिकेट संचालित कर रहा था वहीं दूसरी तरफ इस सिंडीकेट द्वारा कराए जा रहे धर्मांतरण के विदेशों से धन हासिल किया जा रहा था और उस धन का इस्तेमाल निजी प्रयोग करते हुए अवैध संपत्ति अर्जित की जा रही थी। तीन लोगों को गिरफ्तारी को मिलाकर कुल 14 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है। एटीएस ने इसी साल 21 जून को उमर गौतम और जहांगीर आलम को गिरफ्तार कर अवैध तरीके से किए जा रहे धर्मांतरण का पर्दाफाश किया था।