आगरा में एत्मादुद्दौला के फाउंड्री नगर क्षेत्र स्थित नगला किशनलाल में बीती रात पति-पत्नी और बेटे की जिंदा जलाकर हत्या कर दी गई। तीनों के जले हुए शव आज सुबह कमरे में मिले। पुलिस इलाके में लगे सीसीटीवी कैमरे खंगाल कर हत्यारे तक पहुँचने की कोशिश कर रही है।
55 वर्षीय रामवीर उसकी पत्नी मीरा और बेटे बबलू (25) की आज सुबह जली हुई लाश मिली है। सुबह छह बजे दूध वाला आया था। आवाज देने पर किसी ने दरवाजा नहीं खोला। सामान्य तौर पर रामवीर का बेटा बबलू रोज सुबह साढ़े पांच बजे अपनी दुकान खोल लेता था। दूधवाले ने मोहल्ले में रहने वाले रामवीर के भाई के घर आवाज लगाई। घर से किसी के बाहर न निकलने पर बबलू की चाची सुमन घर पर देखने आई जहां का नजारा देखकर उनके होश उड़ गए। दो कमरों में जली हुई लाशें पड़ी थीं। एक कमरे में मीरा और उसके बेटे बबलू तथा दूसरे कमरे में रामवीर की जली हुई लाश पड़ी थी। आनन फानन मे पुलिस को सूचना दी गई।
मौके पर पहुँची पुलिस के होश फाख्ता -
घटना की सूचना मिलने पर पहुँची पुलिस के होश फाख्ता हो गए। पुलिस के मुताबिक उन्हें खुद समझ नही आया कि हुआ क्या है। एसपी सिटी बोत्रे रोहन प्रमोद भी मौके पर पहुंच गए और छानबीन शुरू कर दी। रामवीर के रिश्तेदार किसी से भी रंजिश से इनकार कर रहे हैं। रात को घर में आग लगी होती तो पड़ोसियों को पता चल जाता। किसी ने कोई चीख तक नहीं सुनी थी। इसलिए फिलहाल रहस्य गहराया हुआ है।
शवों को जलाने से पहले किया गया था टॉचर्र -
पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जांच की तो सामने आया कि तीनों के हाथों को किसी रस्सी से बांधा गया था। इसे देख पुलिस समझ गई कि अज्ञात बदमाशों ने इनकी हत्या कर शव को जलाने की कोशिश की है।बताया जा रहा है तीनों के ऊपर ज्वलनशील पदार्थ डालकर आग लगाई गई है।
घर पर थी परचून की दुकान-
रघुवीर घर में ही परचून की दुकान चलाते थे। परिवार में पत्नी मीरा (52 साल) और 22 साल का बेटा बबलू था। रविवार शाम रघुवीर ससुराल से लौटकर घर आए थे। सोमवार सुबह आसपड़ोस के लोग कुछ सामान खरीदने दुकान पर गए। लेकिन दुकान बंद थी। लोगों ने आवाज लगाई, कोई जवाब नहीं मिला।