ज्ञानवापी का सर्वे शुरू हुआ था। इसका काम सुबह से चल रहा था। फिलहाल आज के सर्वे की कार्यवाही पूरी हो चुकी है। सर्वे में यह जांच की जा रही है कि विवादित ढाँचे को बनाने से पहले यहाँ हिन्दू मंदिर था। ज्ञानवापी सर्वे के दौरान क्या मिला, इस सवाल पर जितेंद्र सिंह बिसेन ने कहा कि मेरी नहीं, हम सबकी कल्पना से भी अधिक बहुत कुछ है।
उन्होंने कहा कि कल के सर्वे के लिए भी बहुत कुछ है। बिसेन ने कहा कि कुछ ताले खोले गए, कुछ ताले तोड़ने पड़े। सर्वे की रिपोर्ट भी सबके सामने आएगी। उन्होंने कहा कि न्यायालय के निर्देश के अनुसार सर्वे हो रहे हैं। दोनों ही पक्षों ने अपनी-अपनी बातें रखीं। विश्व वैदिक सनातन संघ के प्रमुख जितेंद्र सिंह बिसेन ने कहा कि हम सभी बातें मीडिया में नहीं बता सकते।
सर्वे के बाद विवादित परिसर से बाहर निकले वकीलों ने कहा कि करीब चार घंटे तक ये कार्यवाही चली। वादी-प्रतिवादी और पुलिस-प्रशासन, सभी पक्ष सहयोग कर रहे हैं। शांतिपूर्ण तरीके से सर्वे चल रहा है। वकीलों ने कहा कि सर्वे की रिपोर्ट अत्यंत गोपनीय है। न्यायालय का आदेश है कि जो कोई भी कार्यवाही को लेकर बाहर कुछ लीक करेगा, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
ज्ञानवापी में सर्वे के दौरान मौजूद रहे वकीलों ने ये भी कहा कि कल भी सर्वे होगा। इसके बाद का जो अपडेट होगा, उसकी जानकारी कल सर्वे के बाद ही मिल पाएगी। दीवारों पर कोई चिह्न, प्रतीक चिह्न मिला? तहखाने में क्या मिला? इस सवाल का जवाब देने से वादी पक्ष के जितेंद्र सिंह बिसेन के साथ ही वकील तक, हर कोई बचता रहा।