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Kartik Purnima 2021: आज देश मना रहा है 'कार्तिक पूर्णिमा', यहाँ जानिये पूजा मुहूर्त और खास महत्व

कार्तिक मास की पूर्णिमा को त्रिपुरारी पूर्णिमा के नाम से भी जाना जाता है। इस दिन भगवान भोलेनाथ ने त्रिपुरासुर राक्षस का अंत किया था। इसी खुशी में देवताओं ने दीप जलाकर खुशियां मनाई थी।

Kartikey Hastinapuri
  • Nov 19 2021 7:59AM

प्रत्येक माह शुक्ल पक्ष की आखिरी तिथि को जब चंद्रमा अपनी पूर्ण कलाओं में आ जाता है तो वह तिथि पूर्णिमा कहलाती है। धार्मिक और ज्योतिष दोनों ही दृष्टि से पूर्णिमा महत्व माना जाता है। इस बार कार्तिक मास की पूर्णिमा 19 नवंबर 2021 दिन शुक्रवार को पड़ रही है। कार्तिक मास की पूर्णिमा का विशिष्ट महत्व माना गया है, क्योंकि इस दिन काशी में देव दिवाली भी मनाई जाती है। पूर्णिमा तिथि पर चंद्रमा के साथ भगवान विष्णु के पूजन किया जाता है। इसके साथ ही पूर्णिमा तिथि पर स्नान न दान करने का विशेष महत्व माना गया है। तो चलिए जानते हैं कार्तिक पूर्णिमा का शुभ मुहूर्त, महत्व व पूजन विधि।

कार्तिक पूर्णिमा का महत्व

कार्तिक मास की पूर्णिमा को त्रिपुरारी पूर्णिमा के नाम से भी जाना जाता है। इस दिन भगवान भोलेनाथ ने त्रिपुरासुर राक्षस का अंत किया था। इसी खुशी में देवताओं ने दीप जलाकर खुशियां मनाई थी। यह परंपरा आज भी देव दीपावली के रूप में जानी जाती है। इस दिन पवित्र नदी में स्नान करने और दान करने से पुण्य की प्राप्ति होती है। कार्तिक पूर्णिमा के दिन श्री हरि विष्णु का पूजन करने से सौभाग्य प्राप्त होता है।

कार्तिक पूर्णिमा शुभ मुहूर्त

कार्तिक पूर्णिमा तिथि आरंभ- 18 नवंबर 2021दोपहर 12:00 बजे से
कार्तिक पूर्णिमा तिथि समाप्त- 19 नवंबर 2021 दोपहर 02:26 पर
कार्तिक पूर्णिमा पर चंद्रोदय का समय- 17:28:24





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