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सुदर्शन न्यूज़ की मुहिम नागरिकता जिहाद के माध्यम से समझिए कि कैसे आपके हिस्से में आने वाले दवा और दूध पर होगी जिहादियों की घुसपैठ।

रोहिंग्या घुसपैठियों के द्वारा भारत की नागरिकता हासिल करने के बाद भारत के संसाधनों पर रोहिंग्या का कब्जा हो जाएगा।

Ayush Mishra
  • Jun 12 2021 5:07PM
सुदर्शन न्यूज़ की मुहिम नागरिकता जिहाद पर फर्जी जन्म पंजीकरण के खेल को उजागर किया गया था नागरिकता जिहाद एक तरह का धंधा बन गया है और इस धंधे से जुड़े एक रैकेट के बारे में आपको बता रहे हैं. जो उत्तरप्रदेश के बरेली में चल रहा था. दरअसल इस पूरे मामले से पर्दा तब उठा जब बरेली पुलिस ने...बरेली नगरनिगम के स्वास्थ्य अधिकारी संजीव प्रधान के द्वारा दर्ज कराई गई एक रिपोर्ट की तहकीकात करने पहुंची. इस रैकेट से कई तरह के लोग जुड़े हुए थे जिनमे से कुछ साइबर कैफे चालाने वाले भी थे.

नगर स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि जब हमने कुछ जन्म प्रमाण पत्रों को ई-सुविधा केंद्र पर जाँच किए तो पता चला कि लोगों द्वारा बनवाये गए प्रमाण पत्र के रजिस्ट्रेशन नंबर फर्जी थे. आमतौर पर जन्म प्रमाणपत्रों की नामांकन क्रमांक उत्तर प्रदेश में 10 नंबर का होता है, मगर ई-सुविधा केंद्र से जो जन्म प्रमाणपत्र जारी किया गया था उसमे यूनुस, आहील, सुमैरा और आयशा के जन्म प्रमाणपत्र के रजिस्ट्रेशन नंबर 9 अंकों थे, जो कि पूरी तरीके से फर्जी थे.

मुस्लिम समुदाय के लोगों ने फर्जी जन्म प्रमाणपत्र हासिल करने के लिए अलग-अलग तरह के हथकंडे अपना रहे हैं. बरेली के स्वास्थ्य अधिकारी संजीव प्रधान का कहना है की हर रोज लगभग 200 आवेदनकर्ता जन्म प्रमाण पत्र हासिल करने के लिए आरहे है. नगर स्वास्थ्य अधिकारी से जब इस संबंध में बात की गई तो पता चला कि एक फर्जी जन्म प्रमाण पत्र बनाने के लिए पांच सौ से लेकर एक हजार रूपये तक लोगों से वसूला जा रहा है. ये पूरा रैकेट शहर के अलग-अलग गली मोहल्ले में फैला हुआ है. जहां पर हर रोज सैकड़ो की संख्या में लोग इस पूरे गोरखधंधा का शिकार हो रहे हैं. बरेली म्युनिसिपल कारपोरेशन के अधिकारी का कहना है कि दरअसल साइबर कैफ़े चलाने वाले सही सर्टिफिकेट जारी नहीं करते रहे हैं. उसमे नाम और पते का हेराफेरी करके फर्जी जन्म प्रमाण पत्र बना रहे हैं ..जो की पूरी तरीके से गलत है.

बरेली नगर निगम के अधिकारी खालिद अहमद का कहना है कि हमने इस संबंध में कई सारे शिकायत प्राप्त किये हैं... जिसके बारे में पुलिस को सूचित किया गया है. खालिद के मुताबिक अधिकतर लोग मुस्लिम समुदाय से हैं जो इसतरह के फर्जी जन्म प्रमाण पत्र हासिल करने के लिए आते हैं.

 नागरिकता जिहाद एक ऐसा षड्यंत्र जिसके जरिये हिन्दुस्थान की धरती पर एक नापाक साजिश को रचा जा रहा है...जिससे आने वाले दिनों में बहुत बड़ा अशुरक्षा पैदा होने की संभावना है. ये पूरा मामला सिर्फ एक जन्म प्रमाण पत्र तक हीं सिमित नहीं है बल्कि अवैध तरीके से सरकारी रजिस्टर में जन्म पंजीकरण भारी संख्या में कराया जा रहा है.

कोई भी व्यक्ति जब एक फर्जी जन्म प्रमाण पत्र हासिल करता है तो उसे कुछ हद तक तो पकड़ा जा सकता है, मगर जब वही आदमी अपना जन्म पंजीकरण पंजीयक रजिस्टर में दर्ज करवा लेता है तो उसे पकड़ना बेहद हीं मुस्किल और असंभव हो जाता है...इस जन्म पंजीकरण के आधार पर हर तरह के पहचान पत्र हासिल किए जा सकते है... जैसे पासपोर्ट, आधार कार्ड, मतदाता पहचान पत्र इत्यादि. किसी भी आदमी के पास जब ये सभी दस्तावेज होंगे तो वह कोई भी सरकार की योजना का लाभ उठा सकता है. साथ हीं सभी प्रकार के लाभार्थी बन सकता है जो इस देश के मूल नागरिकों को मिलता है. ऐसे में ये देश और राष्ट्र की अखंडता के लिए बहुत बड़ी चुनौती भी साबित होने वाली है. 

इसमें सबसे बड़ी महत्वपूर्ण बात ये है की कोई भी उसके नागरिकता पर न तो सवाल उठा सकता है और ना हीं उसे आसानी से रद्द हीं करा सकता है. हमारे देश का कानून और संविधान भी इसको लेकर इतना सख्त और संवेदनशील नहीं है कि उसे पकड़ सके और सजा दिला सके. तो ऐसे में आप खुद अंदाजा लगा सकते हैं की फर्जीवाड़ा ये पूरा रैकेट कितना घातक और गंभीर है. एक बार जब कोई जन्म पंजीकरण कर लेता है तो NRC लागू होने पर उसके नागरिकता पर कोई भी सवाल नहीं उठा पाएगा और ना हीं उसे देश से बाहर निकाल पाएगा. मतलब वह पूरी तरह से मूल भारतीय के भांति अपना सभी अधिकार प्राप्त कर लेगा.

 

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