पूज्य जगदगुरु शंकराचार्य स्वामी राजराजेश्वराश्रम महाराज को तालिबान के नाम से एक धमकी भरा ख़त आया है। आपको बता दें वह हिन्दुओं को जोड़ने के लिए लगातार प्रयासरत हैं। इसलिए जिहादी खेमे में खलबली मची हुई है। शंकराचार्य हिन्दू एकता तथा हिन्दू की अखंडता को बनाये रखने के लिए लगातार आह्वाहन करते रहे हैं। तालिबान के नाम से उनको धमकी भरा ख़त आना इस बात को दर्शाता है कि हिंदुत्व की बात करने वाले पर जिहादी खेमा किस कदर आग बबूला हो गया है।
आपको बता दें ख़त में उन्हें इस्लाम को अपना लेने के बारे में कहा गया है और मोदी-योगी तथा कई हिन्दू संगठन के नेता जो हिन्दुओं को जगाने के लिए प्रयासरत हैं उन सभी के बारे में अभद्र बातें तथा जान से मरने की धमकी दी गई है। यहीं तक नहीं मिली ख़त के अनुसार गाँधी तथा नेहरु के बारे में भी अभद्र बातें कही गई है।
आपको बता दें खबर के मुताबिक 13 जनवरी को आश्रम में शंकराचार्य के नाम एक लेटर पहुंचा था। लेटर को खोलने पर तालिबान का बखान करते हुए सीधे तौर पर शंकराचार्य को धमकी नहीं दी गई है, बल्कि वर्ग विशेष का जिक्र करते हुए उसे अपना लेने की बात लिखी है। नेहरु गांधी के लिए भी अमर्यादित टिप्पणी लिखी है। यहीं नहीं मोदी-योगी का जिक्र करते हुए वर्ग से न टकराने की धमकी दी गई है। लेटर में औरंगजेब और बाबर के नाम भी उल्लेख करते हुए वर्ग विशेष का मसीहा बताया है।
धमकी भरे ख़त मिलने के बाद पुलिस प्रशासन भी मुस्तैद हो गया है प्रशासन छानबीन में जुटी हुई है की आखिर इस तरीके से धमकी भरे ख़त कहाँ से पहुंचे ? सूचना मिलने पर कनखल थाना प्रभारी मुकेश चौहान आश्रम में पहुंचे और महाराज से मुलाकात कर पत्र के बारे में जानकारी ली। वहीं महाराज को धमकी भरा पत्र मिलने के बाद खुफिया विभाग भी सक्रिय हो गया है। इसके साथ ही एसएसपी डॉक्टर योगेंद्र सिंह रावत ने भी इस मामले में संज्ञान लेते हुए जांच करने के निर्देश दिए हैं। एसएसपी डॉक्टर योगेंद्र सिंह रावत ने बताया कि मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी गई है।