भारत द्वारा ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान और पीओके में आतंकी शिविरों पर किए गए सटीक हमलों के बाद देश में सुरक्षा और आपूर्ति से जुड़ी तैयारियां तेज कर दी गई हैं। गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वरिष्ठ अधिकारियों के साथ एक उच्चस्तरीय बैठक कर सरकारी विभागों को स्पष्ट निर्देश दिए, "यह सिर्फ शुरुआत है, लंबे समय के लिए तैयार रहें।"
लगभग 20 सचिवों की मौजूदगी में हुई इस बैठक में प्रधानमंत्री ने सभी मंत्रालयों से कहा कि वे आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति, संचार व्यवस्था की सुरक्षा, दहशत के माहौल से निपटने और किसी भी आकस्मिक स्थिति के लिए पूरी तरह तैयार रहें।
पीएम मोदी ने कहा कि सभी आवश्यक वस्तुओं का पर्याप्त स्टॉक सुनिश्चित किया जाए। साथ ही, जमाखोरी या कीमतों में कृत्रिम वृद्धि पर सख्त नजर रखी जाए। आगे कहा सचिवों से कि वे स्वतंत्र रूप से सुरक्षा उपायों को बढ़ाने के लिए आवश्यक कदम उठाएं, खासकर संवेदनशील और रणनीतिक प्रतिष्ठानों की सुरक्षा के लिए।
प्रधानमंत्री मोदी ने साइबर सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देने को कहा और मंत्रालयों को निर्देश दिया कि वे अपनी प्रणालियों की व्यापक समीक्षा करें ताकि किसी भी प्रकार की साइबर घुसपैठ को रोका जा सके। "प्रधानमंत्री ने मंत्रालयों और एजेंसियों के बीच समन्वय सुनिश्चित करने, ऑपरेशनल निरंतरता बनाए रखने और संस्थागत लचीलापन स्थापित करने की जरूरत पर जोर दिया है।"
परमाणु ऊर्जा, अंतरिक्ष, आईटी, उपभोक्ता मामलों और बुनियादी ढांचा विभागों के सचिवों को विशेष रूप से निर्देश दिया गया कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में किसी भी संकट से निपटने की योजना तैयार रखें। हर सचिव को दो मिनट का समय दिया गया ताकि वे मौजूदा तैयारियों और कमज़ोरियों पर जानकारी साझा कर सकें।