इनपुट- संदीप मिश्रा, लखनऊ
राजधानी लखनऊ की मड़ियांव पुलिस और क्राइम ब्रांच ने एक ऐसे गिरोह का पर्दाफाश किया जो रात के अँधेरे में राजधानी की बंद इलेक्ट्रिक और मोटरसाइकिल के पार्ट्स दुकानों को टारगेट करते थेऔर गैस कटर के प्रयोग से उन दुकानों का कीमती सामान लेकर फुर्र हो जाते थे। चौंकाने वाली बात यह है कि जिस एंबुलेंस से मरीज को अस्पताल पहुंचाया जाता है उस एंबुलेंस का प्रयोग चोरी के समान को इधर-उधर करने में किया जा रहा था।
अपर पुलिस आयुक्त अभिजीत एस शंकर ने कॉन्फ्रेंस कर भारी मात्रा में कई कंपनियों के तार, इनवर्टर, कई कंपनियों की क्लच प्लेट्स शॉकर व अन्य कीमती सामानों को बरामद करने की जानकारी दी गयी, पुलिस ने सभी गिरफ्तार पांच अभियुक्तों के पास से तमंचे बरामद किया है, फिलहाल पुलिस ने अलग-अलग थाना क्षेत्रों की 9 घटनाओं का खुलासा कर सभी अभियुक्तों को सलाखों के पीछे भेज दिया ।
जहाँ एक तरफ एम्बुलेंस के सुगम संचालन के लिए कई तरह के निर्देश दिए जाते है, वहीं इस तरह से गैर क़ानूनी कामों इनका प्रयोग कहीं न कहीं चिंता का विषय ज़रूर है फिलहाल एम्बुलेंस को मोटरविकल एक्ट के अंतर्गत सीज कर दिया गया है। लखनऊ पुलिस कमिश्नर ने गिरफ्तारी में मुख्य निभाने वाले मड़ियांव इंस्पेक्टर और क्राइम की टीम पुरस्कृत करने की घोषणा भी की है।