एक तरफ जहां पश्चिम बंगाल में चुनावी माहौल है वही दूसरी तरफ हर साल की भांति इस साल भी केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय की ओर से राष्ट्रीय संस्कृति महोत्सव का आयोजन चल रहा है। यह कार्यक्रम बंगाल के कूचविहार,दार्जिलिंग और मुर्शीदाबाद में आयोजित होगा। संस्कृति एवं पर्यटन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) प्रहलाद सिंह पटेल के साथ पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ भी इस कार्यक्रम में शिरकत करेंगे।
बता दें कि नवंबर, 2015 से लेकर अब तक विभिन्न राज्यों और शहरों, जैसे दिल्ली, वाराणसी, बेंगलुरू, तवांग, गुजरात, कर्नाटक, टिहरी, मध्य प्रदेश में राष्ट्रीय संस्कृति महोत्सव के 10 संस्करण आयोजित किए जा चुके हैं।केंद्र सरकार के संस्कृति मंत्रालय की ओर से समय-समय पर ऐसे कार्यक्रम आयोजित कराए जाते हैं।राष्ट्रीय संस्कृति महोत्सव के 11वें संस्करण का आयोजन 14 से 28 फरवरी, 2021 के बीच हो रहा है। दार्जिलिंग में 22 से 24 फरवरी और मुर्शीदाबाद में 27-28 फरवरी को इस महोत्सव के तहत कार्यक्रम होंगे।
केंद्रीय संस्कृति और पर्यटन मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल जी का इस कार्यक्रम पर कहना है- "इस कार्यक्रम का हमेशा से मुख्य उद्देश्य भारत की सभ्यता,संस्कृति को जिंदा रखना है"। जो देश की विभिन्न संस्कृति को एक सूत्र में पिरोता है। यह महोत्सव एक राज्य की लोक और जनजातीय कला, नृत्य, संगीत और खान-पान को अन्य राज्यों में प्रदर्शित करने में सहायक सिद्ध होता रहा है।साथ ही कलाकारों और कारीगरों को उनकी आजीविका जुटाने में सहायता देने के लिए प्रभावी मंच भी उपलब्ध करा रहा है।स्थानीय कलाकारों सहित प्रसिद्ध कलाकार इस मुख्य महोत्सव में भाग लेंगे। राष्ट्रीय संस्कृति महोत्सव-2021 में अनेक लोक कला रूप शामिल किए जाएंगे।यह पहले से स्थापित और उदीयमान प्रतिभाओं में सर्वोत्कृष्ट कलाओं का अनुभव प्रदान करेगा। यह खासकर युवाओं को उनकी देशीय संस्कृति, इसकी बहुआयामी प्रकृति, भव्यता, बहुलता और हजारों वर्षों से एक राष्ट्र के रूप में भारत के परिप्रेक्ष्य में इसके ऐतिहासिक महत्व से जोड़ेगा।पश्चिम बंगाल में आयोजित किया जा रहा यह महोत्सव विविध संस्कृतियों के लोगों के बीच आपसी समझ और संबंधों को बढ़ाएगा। इससे भारत की एकता और अखंडता और अधिक मजबूत हो जाएगी।