कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 का 28 जुलाई से आगाज हो गया है. जहां बीते दो दिन में ही भारत की झोली में पांच पदक शामिल हो गए हैं. वहीं मीराबाई और लालरिनुंगा खेल के दूसरे दिन भारत को दो गोल्ड दिलाए. वहीं अगर 19 साल के जेरेमी लालरिनुंगा की बात करें तो जेरेमी लालरिनुंगा ने पुरुष वेटलिफ्टिंग के 67 किलो भारवर्ग में गोल्ड मेडल जीता.
जेरेमी लालरिनुंगा ने स्नैच में रिकॉर्ड 140 किलो का वजन उठाया. जबकि क्लीन एंड जर्क में 160 किलो भार उठाने में सफल रहे. यानी कि उन्होंने गेम्स रिकॉर्ड बनाते हुए कुल 300 किलो वजन उठाया और स्वर्ण पदक अपने नाम कर लिया. मुकाबले के दौरान जेरेमी लालरिनुंगा क्लीन एंड जर्क राउंड में दो मौकों पर चोट खा बैठे थे. लेकिन उन्होंने हिम्मत नहीं हारी.
19 साल के जेरेमी के लिए कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में गोल्ड जीतने तक का सफर आसान नहीं रहा है. बता दे कि मिजोरम के रहने वाले जेरेमी ने अपने पिता को देखकर पहले बॉक्सिंग की शुरुआत की थी. लेकिन बाद में उन्होंने वेटलिफ्टिंग को अपना करियर चुना. जेरेमी के पिता जाने-माने बॉक्सर रहे हैं, लेकिन बाद में उन्होंने आठ लोगों के परिवार का भरण-पोषण करने के लिए PWD विभाग में नौकरी करना स्वीकार किया.
जेरेमी लालरिनुंगा कुछ महीने पहले ही ठान लिया था कि वह कॉमनवेल्थ गेम्स में गोल्ड मेडल जीतकर ही दम लेंगे..... इस साल मई में जेरेमी लालरिनुंगा ने अपने फोन के वॉलपर पर लगाई गई राष्ट्रमंडल खेलों के स्वर्ण पदक की तस्वीर पोस्ट की थी. अब जेरेमी लालरिनुंगा के पास सचमुच मे गोल्ड मेडल आ चुका है.
जेरेमी ने 2018 के समर यूथ ओलंपिक में लड़कों के 62 किग्रा वर्ग भारोत्तोलन में स्वर्ण पदक हासिल किया था और इसके साथ ही जेरेमी यूथ ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीतने वाले पहले भारतीय बन गए थे. फिर जेरेमी ने एशियन वेटलिफ्टिंग चैम्पियनशिप में भी सिल्वर मेडल अपने नाम किया था. जेरेमी लालरिनुंगा ने पिछले साल आयोजित राष्ट्रमंडल चैम्पियनशिप के पुरुषों की 67 किलो भारवर्ग में गोल्ड मेडल जीतकर कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 के लिए क्वालिफाई किया था.