अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद तालिबानियों द्वारा महिलाओं और अफगान निवासियों को जो वादे किए गए थे वो अब खोखले होते हुए दिखाई दे रहे है। अफगानिस्तान पर तालिबान को कब्जा करे हुए 1 महीना भी पूरा नहीं हुआ और उसकी बर्बरता की वीडियो मैसेज अफगानियों द्वारा पुरे सोशल मीडिया में वायरल हो रहे है। इसी बीच अफगानिस्तान केे पंजशीर की धरती से तालिबानियों का क्रूर चेहरा सामने आया है। जहाँ तालिबानियों ने पंजशीर के 20 बेकसूर नागरिकों को मौत के घाट उतार दिया।
बता दें तालिबान लड़ाकों के दंभ को बहुत बुरी तरिके से चोट लगी है जिसके कारण तबलिबानी अब बेकसूरों की जान ले पर उतर आई है। जानकारी के मुताबिक पीड़ितों में एक दुकानदार और दो बच्चों का पिता भी शामिल था। स्थानीय लोगों ने बताया कि वह तालिबान के आने के बाद भी नहीं भागा था। बता दें पंजशीर घाटी में तालिबान और रेजिस्टेंस फोर्स के बीच जंग जारी है।
पंजशीर के नागरिकों के मुताबिक, उस शख्स ने तालिबान के लड़ाकों से कहा कि वह बेहद गरीब दुकानदार है और उसका इस जंग से कोई ताल्लुक नहीं है। उसे रेजिस्टेंस फोर्स को सिम कार्ड बेचने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। फिर उसकी हत्या कर उसके शव घर में डाल दिया। इससे पहले भी पंजशीर से एक वीडियो सामने आया था। जहाँ एक युवक को तालिबानी लड़ाकों ने सड़क पर गोलियों से भून दिया था। युवक पर नॉर्दर्न अलायंस की सेना में शामिल होने का शक था। हालांकि मारे गए युवक ने तालिबानियों को अपना आईडी कार्ड भी दिखाया था, लेकिन लड़ाकों ने उसे मानने से इनकार कर दिया।
आपको बता दें कि, इन घटनाओं से पहले अफगानिस्तान पर कंट्रोल करने के बाद तालिबान ने आम लोगों पर बदले की कार्रवाई न करने की बात कही थी। लेकिन इसके बाद भी आम लोगों की हत्या किए जाने की खबरें लगातार आ रही हैं। एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में तालिबान के प्रवक्ता जबीउल्लाह मुजाहिद ने कहा कि वह महिलाओं के अधिकारों का सम्मान करते हैं। उसने ह्यूमन राइट्स की उन रिपोर्ट्स को भी खारिज करते हुए कहा कि पंजशीर में उनके लड़ाके किसी भी तरह का वॉर क्राइम नहीं कर रहे हैं। उसने मानवाधिकार संगठनों को पंजशीर में आने और हत्या के आरोपों की जांच करने की इजाजत देने की बात भी कही।