उत्तर प्रदेश में कांग्रेस अपने वजूद को बचाने के लिए संघर्ष कर रही है। इसलिए प्रियंका वाड्रा की अगुवाई में कांग्रेस हर तरह के हथकंडे अपना रही है। सोशल मीडिया पर हाथरस केस से जुड़े दो ऑडियो क्लिप वायरल हो रहे हैं। इससे कांग्रेस पार्टी का असली चेहरा एक बार फिर सबके सामने आ चुका है। इससे पता चलता है कि कांग्रेस अपनी राजनीति चमकाने और खोई हुई सियासी जमीन फिर से हासिल करने के लिए घिनौनी साजिश को अंजाम दे रही है।
लीक हुए ऑडियो में एक अज्ञात व्यक्ति पीड़िता के भाई संदीप से बात कर रहा है। वह उनसे कह रहा है कि वो घर से कहीं न जाएँ, क्योंकि कांग्रेस की वरिष्ठ नेता प्रियंका गांधी उनके घर आने वाली हैं। कोई कहे कि हाथरस जाना है, यहां जाना है वहां जाना है। कहीं भी नहीं जाना। जब वो आएं तो बताना कि पुलिस वाले मीडिया और हमारे रिलेटिवों को आने नहीं दे रहे हैं। ये हमारे प्रोटेक्शन में लगा रखे हैं या ठाकुर के प्रोटेक्शन में लगा रखे हैं। इन सब को सब कुछ बताना जो भी तुम्हारे साथ हुआ है।
एक दूसरे ऑडियो क्लिप में राहुल गांधी और प्रियंका गांधी का जिक्र है। इसमें 25 लाख की जगह 50 लाख रुपये मुआवजे की बात कही जा रही है। इन ऑडियो टेप में कोई पीड़िता के परिजन से कह रहा है कि राहुल और प्रियंका गांधी के आने के बाद ही बयान देना है। दोनों नेता दिल्ली से आ रहे हैं। ये भी कहा जा रहा है कि 25 लाख रुपये में फैसला मत कर लेना, 50 लाख रुपये हम देंगे। बीजेपी आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने इस ऑडियो को ट्विटर पर शेयर किया है।
ऑडियो क्लिप के सामने आने के बाद यह सवाल खड़ा हो गया है कि क्या साजिश की पटकथा कांग्रेस ने लिखी है ? क्या हंगामे की पटकथा कांग्रेस ने ही लिखी थी? क्या हंगामा सोच समझ कर किया गया, क्या कांग्रेस की सियासत इतनी नीचे गिर चुकी है? और अगर ऐसा नहीं है तो फिर वो कौन है जो पीड़ित के परिवार को निर्देशित कर रहा है। वो कौन है जो पीड़ित परिवार को सिर्फ प्रियंका और राहुल गांधी से ही बात करने को कह रहा है?