छत्तीगसगढ़ नक्सली मुठभेड़ में अपहरण हुए जवान को नक्सलियों ने सकुशल रूप से छोड़ दिया है ,अपहरण हुए सीआरपीएफ जवान राकेश्वर को नक्सलियों ने मुठभेड़ के दौरान उठा लिया था ,फिलहाल अभी राकेश्वर इस समय तर्रेम में 168 वीं बटालियन के कैंप में है। वहां उनका मेडिकल चेकअप किया जा रहा है। उन्हें कैसे, किसके साथ रिहा किया गया
दो दिन पहले ही नक्सलियों के प्रवक्ता विक्लप ने कहा अगर सरकार बातचीत की मध्यस्थ करती है तो वो उनके जवान को छोड़ सकते है ,साथ उसने कहा था की जवान हमारी सुरक्षा सुरक्षित रहेगा उन्हें कैसे, किसके साथ रिहा किया गया। कितने बजे वह कैंप पहुंचे इन सभी बातों का अभी खुलासा नहीं हो पाया है।
लेकिन अभी तक सरकार ने किसी भी मध्यस्ता करने वाले का नाम का खुलासा नहीं किया है ,लेकिन विशेषज्ञ बता रहे है अब पहले भी कई बार नक्सलियों से बातचीत होती रही है ,जिनमें कोई भी मूलरूप से कोई समाधान नहीं निकला ,इस वजह से यह भी साफ नहीं है कि नक्सलियों की किन मांगों को पूरा करके सरकार ने राकेश्वर सिंह को मुक्त कराया है
बताया जा रहा की राकेश्वर सिंह के साथ कुछ और भी लोगो को छोड़ा गया है ,तीन अप्रैल के दिन मुठभेड़ में करीब चौबीस जवान नक्सलियों से लोहा लेते हुए बलिदान हो गए थे ,जिनमे से राकेश्वर सिंह मनहास का नक्सलियों ने अपहरण कार लिया था