देश पर अपनी जान को न्योछावर और अपनी वीरता से दुश्मनों के दांत खट्टे करने वाले भारत के वीर सपूतों को सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफार्म के जरिए उनकी वीरता और अदम्य साहस को सम्पूर्ण देशवासियों को बताने के लिए अभियान की शुरुवात हुई।
उत्तराखंड सदन में आयोजित इस कार्यक्रम में उत्तराखंड के राज्यपाल गुरमीत सिंह ने इस अभियान का शुभारंभ किया। इस कार्यक्रम में रिटायर्ड जनरल जीडी बख्शी भी शामिल हुए। आपको बता दें कि रिटायर्ड जनरल जीडी बख्शी के पुत्र आदित्य ने एक प्लेटफार्म तैयार किया है जिसमें हमें देश के वीरगति को प्राप्त हुए वीरगाथा को सोशल मीडिया के माध्यम से जान सकेंगे।
सोशल मीडिया के जरिए देश के असली हीरो की वीरता को देश के सामने लाने वाले आदित्य ने सुदर्शन न्यूज से बात करते हुए कहा कि यह मेरे लिए बड़े सम्मान की बात है कि मुझे देश के वीरों और उनकी वीरता को देश के सामने लाने का मौका मिल रहा है।
उन्होंने कहा कि मेजर उन्नीकृष्णन ने बिना जान की परवाह किये एक औरत को बचाने के लिए अपने प्राणों का बलिदान दे दिया। वो अपने माता-पिता की इकलौती संतान थे। उनसे देश के हर युवा को प्रेरणा लेनी चाहिए।
उत्तराखंड के राज्यपाल गुरमीत सिंह ने सुदर्शन न्यूज़ से बात करते हुए कहा कि मेजर उन्नीकृष्णन के माता-पिता को आज भी गर्व है कि उनके पुत्र ने देश के लिए अपने प्राणों की आहुति दे दी। उन्होंने बताया कि वो कुछ दिन पहले ही मेजर उन्नीकृष्णन के माता-पिता से मिले हैं और उन्हें बहुत ख़ुशी हुई। उन्होंने कहा कि सभी को आदित्य के इस प्लेटफार्म को प्रमोट करें।