जम्मू-कश्मीर के आतंकियों के दिल्ली में घुस आने के इनपुट के बाद पश्चिमी उत्तर प्रदेश में अलर्ट जारी किया गया है। सीमाओं पर मौजूद थानों को चेकिंग के लिए सख्त निर्देश दिए गए हैं। गौरतलब है कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मुस्लिम बाहुल्य इलाके हमेशा से आतंकियों के लिए शरणस्थली बने है इसलिए खास तौर पर मेरठ मुजफ्फरनगर और शामली में पुलिस को अलर्ट किया गया है। इसके अतिरिक्त नोएडा बार्डर पर भी फोर्स को चौकन्ना किया गया है।
जम्मू कश्मीर से कुछ आतंकियों के दिल्ली और आसपास के शहरों में आने का इनपुट ख़ुफ़िया विभाग को मिला था। इसके बाद से दिल्ली में हाई अलर्ट घोषित किया गया है। वेस्ट यूपी चूंकि आतंकियों की पनाहगाह रहा है, इसलिए यहां भी अलर्ट किया गया है। नोएडा, गाजियाबाद, मेरठ और आसपास के जिलों में बॉर्डर पर पुलिस को चेकिंग के निर्देश दिए गए हैं। वेस्ट यूपी में पहले भी कई आतंकी पकड़े जा चुके हैं और आईएसआई एजेंटों की धरपकड़ भी की गई है, इसलिए आला अधिकारियों ने यहां पर संदिग्ध आतंकियों की तलाश के लिए रात को ही अभियान शुरू कराया है। गाजियाबाद-मेरठ बॉर्डर पर रात को पुलिस ने चेकिंग की है। दूसरी ओर मुजफ्फरनगर जाने वाले रास्ते पर भी हाईवे के थानों ने चेकिंग की।
जम्मू-कश्मीर के आतंकियों के दिल्ली में घुस आने के इनपुट के बाद पश्चिमी उत्तर प्रदेश में अलर्ट जारी किया गया है। सीमाओं पर मौजूद थानों को चेकिंग के लिए सख्त निर्देश दिए गए हैं। गौरतलब है कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मुस्लिम बाहुल्य इलाके हमेशा से आतंकियों के लिए शरणस्थली बने है इसलिए खास तौर पर मेरठ मुजफ्फरनगर और शामली में पुलिस को अलर्ट किया गया है। इसके अतिरिक्त नोएडा बार्डर पर भी फोर्स को चौकन्ना किया गया है।
सूत्रों की मानें तो जैश-ए-मोहम्मद , लश्कर-ए-तैयबा , हिज्बुल मुजाहिद्दीन और इंडियन मुजाहिद्दीन जैसे आतंकवादी संगठनों ने पश्चिम उत्तर प्रदेश में पैठ जमाई है। दिल्ली में हमले के लिए आंतकी संगठन इन जिलों में छिपे उनके स्लीपर सेलों का प्रयोग कर सकते हैं। कुछ दिन पूर्व की बरेली से एक शख्स को गिरफ्तार किया था जो लोगो को जेहाद के लिए उकसाया रहा था। उसके फोन से कमलेश तिवारी की फ़ोटो भी मिली थी।