अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद पाकिस्तान तालिबान के पीछे पीछे घूम रहा था। तालिबानियों के बनाये नियम पाकिस्तान भी अपने देश में लागू करने में लगा हुआ था। जहाँ तालिबान ने अफगानिस्तान की महिलाओं के टाइट कपडे पहनने पर प्रतिबंध लगाया था उसपर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने इस फैसले का समर्थन करते हुए ने अपने देश की महिलाओं के टाइट कपड़ पहनने पर प्रतिबन्ध लगा दिया है। ये सब पाकिस्तान तालिबान से अचे रिश्ते बनाने के लिए कर रहा है। पाकिस्तान ने सोचा कि ये सब करके जो भी पाकिस्तान कहेगा वो तालिबान करने लगेगा। लेकिन तालिबान ने पाकिस्तान के मुँह पर जोर दर तमाचा मार दिया।
बता दें तालिबान ने पाकिस्तान के एक उच्च पदस्थ मंत्री के दावे को खारिज कर दिया कि दोनों देशों की मुद्रा के आदान-प्रदान की व्यवस्था की जा सकती है। तालिबान ने पाकिस्तानी रुपये में कारोबार करने से इनकार कर दिया है। अफगान सूत्रों के हवाले से बताया कि सांस्कृतिक आयोग के सदस्य अहमदुल्ला वासिक ने फैसला किया है कि पड़ोसी देशों के बीच लेनदेन अफगान मुद्रा में होगा।
रिपोर्टर्स के हवाले से खबर आई थी कि पाकिस्तान जल्द ही अफगानिस्तान के साथ पाकिस्तानी मुद्रा में व्यापार शुरू करेगा। इससे पाकिस्तान का मौजूदा वित्तीय घाटा कम होगा। इन इन खबरों पर प्रतिक्रिया देते हुए वासिक ने कहा कि इस खबर में कोई सच्चाई नहीं है कि पाकिस्तानी मुद्रा में कोई कारोबार किया जाएगा। इससे पहले, पाकिस्तान के वित्त मंत्री शौकत तरीन ने सीनेट की स्थायी समिति को बताया कि पाकिस्तान डॉलर बचाने के लिए अफगानिस्तान के साथ रुपये का व्यापार करेगा।
जानकारी के अनुसार पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस ने काबुल के लिए अपनी वाणिज्यिक उड़ानें शुरू करने की घोषणा की है। पीआईए के सीईओ अरशद मलिक ने बताया कि सोमवार को पीआईए की पहली फ्लाइट इस्लामाबाद से काबुल के लिए रवाना होगी। इसके लिए अफगानिस्तान की नागरिक उड्डयन प्राधिकरण पहले ही मंजूरी दे चुकी है।