अर्थिक रूप से कंगाल पाक की मुश्किलें और भी बढ़ने वाली हैं। आतंकी मददे के चलते उसकी मदद करने को कोई देश साथ नहीं आता। और जो देश आते भी हैं उनके अपने हित होते हैं। इस कंगाली के समय में इमरान के पाकिस्तान को एक और झटका लगा है। FATF ने उसे ग्रे लिस्ट में ही बरकरार रखा है।
दरअसल पेरिस में हुई ऑनलाइन बैठक में फाइनेंशिल ऐक्शन टॉस्क फोर्स ने पाकिस्तान को ग्रे लिस्ट (Grey List) में रखे जाने का फैसला किया गया है। FATF ने कहा कि पाकिस्तान ने आतंकवाद के खिलाफ एजेंडे को पूरा करने में विफल रहा है। FATF ने जारी बयान में कहा है कि पाकिस्तान आतंकवाद के खिलाफ 37 सूत्रीय एजेंडे को तीन साल में पूरा करने में पूरी तरह असफल रहा है। पाकिस्तान संयुक्त राष्ट्र द्वारा प्रतिबंधित घोषित आतंकवादियों के खिलाफ भी कोई ठोस कार्रवाई नहीं कर पाया है।
बता दें कि फाइनेंशिल ऐक्शन टॉस्क फोर्स ने पाकिस्तान को अभी ब्लैक लिस्ट नहीं किया है, उसे अभी सुधरने का एक और मौका दिया है। FATF पाकिस्तान से आग्रह कर रहा है कि वह जून 2021 के पहले सभी एक्शन प्लान पर कार्रवाई करे। FATF ने कहा कि पाकिस्तान को 1267 और 1373 वैश्विक आतंकियों के खिलाफ आर्थिक प्रतिबंध लगाने की कार्रवाई करनी चाहिए।
बता दें कि यदि पाकिस्तान ग्रे लिस्ट में बता रहा तो कोई भी अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं उसकी आर्थिक मदद नहीं कर पायेगी। ऐसे में आर्थिक कंगाली से जूझ रहे पाकिस्तान ही हालत और भी ज्यादा बुरी होने वाली है। जानकारी के अनुसार पाकिस्तान को ग्रे लिस्ट में बरकरार रखने के लिए फ्रांस ने समर्थन किया है। पाक ने ग्रे लिस्ट से बचने के लिए कई प्रयास किए दूसरे देशों के संबंध ठीक करने का भी प्रयास किया पर आतंकबाद पर कोई ठोस कार्यवाई नहीं की। जिसके चलते ही FATF ने उसे ग्रे लिस्ट में रखा है, और यदि आतंकीयों के साथ इसी तरह के प्रेम संबंध रखे तो जल्द ही ब्लैक लिस्ट में नज़र आयेगा।