तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा पर संसद में सवाल पूछने के बदले कारोबारी दर्शन हीरानंदानी से पैसे लेने के आरोपों को लेकर बड़ा TMC सांसद का बयान सामने आया है.
लोकसभा की एथिक्स कमेटी के चेयरमैन विनोद सोनकर के बयान रियल एस्टेट से लेकर ऊर्जा क्षेत्र में काम करने वाले ग्रुप हीरानंदानी के सीईओ दर्शन हीरानंदानी का एफिडेविट मिला है पर टीएमसी की नेता महुआ मोइत्रा ने जवाब देते हुए कहा कि, बीजेपी का एजेंडा है मुझे चुप कराना.
उन्होंने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा, एथिक्स कमेटी के चेयरमैन मीडिया से बात कर रहे हैं. कृप्या लोकसभा के नियम देखें. कैसे एफिडेविट मीडिया तक पहुंचा? चेयरमैन को इसकी जांच करानी चाहिए कि ये कैसे लीक हुआ. मैं दोहराती हूं कि बीजेपी एक सूत्रीय एजेंडा अडानी मामले में मेरा मुंह बंद कराने के लिए लोकसभा से निष्कासित करना.
गौरतलब है कि, विनोद सोनकर ने कहा, मुझे अपने ऑफिस से सूचना मिली कि हीरानंदानी की दो पेज की चिट्ठी आई है. 26 तारीख को मैंने एथीक्स कमेटी की बैठक बुलाई गई है, जिसमें सांसद निशिकांत दुबे और वकील को बुलाया गया है.
सोनकर ने कहा, निशिकांत दुबे कमेटी के सामने आकर अपना बयान दर्ज कराएंगे और जो भी सबूत उनके पास होंगे वह कमेटी को देंगे. कमेटी इन सभी सबूतों को संज्ञान में लगी उनकी जांच करेगी.