उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनावों के लिए चुनाव आयोग ने अभी तक तारीखों की घोषणा नहीं की है लेकिन उससे पहले ही राज्य का सियासी माहौल गरमा गया है. सत्तारूढ़ बीजेपी जहाँ सत्ता वापसी के लिए आशान्वित नजर आ रही है तो वहीं मुख्य विपक्षी अखिलेश यादव राज्य में सत्ता में वापसी की जुगत में जुटे हुए हैं.
समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव पूरी तरह चुनावी मोड में हैं और बीजेपी को घेरने के लिए लगातार विवादित बयान भी दे रहे हैं. इन्हीं विवादित बयानों के लिए चलते अखिलेश की मुसीबतें बढ़ती भी जा रही हैं तथा वह अब साधू-संतों के निशाने पर आ गए हैं. उनके चिलमजीवी व एक रंग वाले बयान को लेकर तुलसी पीठाधीश्वर जगद्गुरू स्वामी रामभद्राचार्य महाराज ने पलटवार किया है.
तुलसी पीठाधीश्वर जगद्गुरू स्वामी रामभद्राचार्य महाराज ने कहा है कि इस तरह के बयान देकर अखिलेश अपनी भद्द पिटवा रहे हैं. वह उल्टे सीधेे बयान देकर पार्टी की साख गिरा रहे हैं. अखिलेश के ऐसे बयानों के कारण सपा की सत्ता में वापसी नहीं हो पाएगी.
हिंदू एकता महाकुंभ के आयोजन को लेकर एमपी से विजय गढ़वाल विधायक संजय पाठक के तुलसी पीठ पहुंचने के दौरान जगद्गुरू ने कहा कि जिन लोगों ने रामभक्तों पर गोलियां बरसाई हैं, आज उनके घर पर कोई रोने वाला नहीं बचा है. पिता और परिवार है, लेकिन उनके परिवार में शांति नहीं है. जगद्गुरू ने कहा कि चिलमजीवी जैसे बयान देकर अखिलेश अपनी ही भद्द पिटवा रहे हैं. आगामी विधानसभा के चुनाव में सपा को फिर जनता सबक सिखाएगी.