सिद्धू मुसेवाला हत्याकांड के मुख्य आरोपियों को सोमवार को गुजरात से गिरफ्तार किया गया है। पूछताछ में आरोपियों ने कुछ चौंकाने वाले खुलासे किये हैं। जानकारी के अनुसार हत्यारों के पास से घातक हथियार मिले हैं। जिसमें 3 हैंडग्रनेड भी शामिल हैं।
आरोपियों ने खुलासा किया कि गोल्डी के कहने पर फिलहाल पंजाब की जेल में बंद बदमाश मोनू डागर ने सिरसा में उन्हें विस्फोटक व हथियार उपलब्ध करवाए थे। दरअसल गोल्डी बराड़ हर कीमत पर मूसेवाला को मारना चाहता था।
प्रियव्रत ने खुलासा किया है कि मूसेवाला गोलियों से बच जाता तो उसके वाहन पर हैंड ग्रेनेड के साथ दूर से मार करने के लिए ग्रेनेड लॉन्चर का भी इंतजाम किया गया था। वारदात के समय सारे हथियार बोलेरो गाड़ी में ही थे।
प्रियव्रत ने बताया कि वह सीधे गोल्डी बराड़ के संपर्क में था। उसके कहने पर ही उसने अपनी टीम तैयार कर एक मॉड्यूल खड़ा किया। दूसरी ओर गैंग को आश्रय देने वाले केशव ने गोल्डी के इशारे पर रहने खाने-पीने और फरार कराने का इंतजाम किया था।
जानकारी के अनुसार मूलरूप से गढ़ी-सिसाना, सोनीपत निवासी प्रियव्रत के खिलाफ हरियाणा में हत्या के दो मामले दर्ज हैं। एक मामले में वह वर्ष 2015 में गिरफ्तार हो गया था। इसके बाद उसने 2021 में सोनीपत में भी एक व्यक्ति की हत्या कर दी थी।
मूसेवाला हत्याकांड में एक मॉड्यूल की कमांड प्रियव्रत के पास थी। उसके साथ अंकित सिरसा और दीपक भी मौजूद थे। घटना वाले दिन कशिश और प्रियव्रत फतेहगढ़ के एक पेट्रोल पंप के सीसीटीवी फुटेज में एक साथ दिखे थे।