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दंगल देखने इतने लोग आए पहाड़ गायब- करीरी-ग़ाज़ीपुर के लख्खी मेले में पहलवानों ने दी एक दूसरे को पटकनी

टोडाभीम इलाके के करीरी-गाजीपुर में आयोजित लक्खी मेले में शनिवार को हुए दंगल को देखने इतने लोग उमड़े की पहाड़ ही गायब हो गया। पहाड़ ओर आसपास चारों ओर लोगों की भीड़ नजर आई। दंगल में कई राज्यों के पहलवानों ने कुश्ती के दांव-पेच दिखाए। आखिरी कुश्ती में 2 लाख 11 हजार रुपए का इनाम रखा गया। हाथरस के पहलवान ने हरियाणा के पहलवान को चित करते हुए दंगल केसरी बने। दंगल में कुश्ती की कुल 150 प्रतियोगिताएं हुई।

Ashish Vyas
  • Sep 4 2022 10:49AM
टोडाभीम इलाके के करीरी-गाजीपुर में आयोजित लक्खी मेले में शनिवार को हुए दंगल को देखने इतने लोग उमड़े की पहाड़ ही गायब हो गया। पहाड़ ओर आसपास चारों ओर लोगों की भीड़ नजर आई। दंगल में कई राज्यों के पहलवानों ने कुश्ती के दांव-पेच दिखाए। आखिरी कुश्ती में 2 लाख 11 हजार रुपए का इनाम रखा गया। हाथरस के पहलवान ने हरियाणा के पहलवान को चित करते हुए दंगल केसरी बने। दंगल में कुश्ती की कुल 150 प्रतियोगिताएं हुई। मेले में आयोजित होने वाले दंगल के लिए अलग-अलग राज्यों से पहलवान आए। इस दंगल का लोगों के साथ ही पहलवानों को भी इंतजार होता है, जिसमें वे अपना दमखम दिखा सकें। दंगल में पहली कुश्ती 101 रुपए के लिए हुई। इसके बाद 251, 1100, 2100, 5100, 11 हजार, 21 हजार 31 हजार, 51 हजार, 1 लाख 11 हजार और आखिरी दांव में 2 लाख 11 हजार रुपए की राशि रखी गई थी।दंगल में 6 लाख 25 हजार रुपए की इनामी राशि के लिए कुल 150 प्रतियोगिताएं हुई। आखिरी कुश्ती का मुकाबला 2 लाख 11 हजार रुपए की इनाम के लिए हुआ। यह मुकाबला हरियाणा के मनीष और हाथरस के हरकेश के बीच हुआ। इसमें हाथरस के हरकेश ने हरियाणा के पहलवान को पटकनी देते हुए दंगल केसरी खिताब जीता। कुश्ती देखने कई गांवों के लोग उमड़े लक्खी मेले को देखने के लिए आस-पास के कई गांवों के लोग उमड़े। मेले इतनी भीड़ थी की चारों और भीड़ ही भीड़ नजर आ रही थी। मेला मैदान पहाड़ के बीच में होने से लोगों ने कुश्ती शुरू होने से पहले ही पहाड़ पर बैठना शुरू दिया। अंत में पूरा पहाड़ दर्शकों से भरा नजर आएगा। ऐसा लगा पहाड़ ही गायब हो गया। वहीं, मेले में आने वाले लोगों के लिए स्थानीय ग्रामीणों द्वारा हर घर से भोजन की व्यवस्था की गई है। वहीं, प्रसिद्ध भैरुजी बाबा के दरबार में लोगों ने प्रसादी चढ़ाकर भोग लगाया। सुरक्षा के लिए पुलिस जाप्ता तैनात लक्खी मेले में अधिक भीड़ होने के चलते पुलिस के जवान जगह-जगह तैनात किए गए। पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था का विशेष ध्यान रखा। थानाधिकारी रामखिलाड़ी मीना और डिप्टी फूलचंद मीना, एसडीएम दुर्गा प्रसाद मीना, तहसीलदार पृथ्वीराज मीना ने मेले की सुरक्षा व्यवस्था संभाली। वहीं, यातायात पुलिसकर्मियों ने ट्रैफिक व्यवस्था को संभाला, जिससे वाहनों के जाम की कोई समस्या नहीं हुई। इस कुश्ती के आयोजन में राज्यसभा सांसद डॉ. किरोड़ी लाल मीणा मुख्य अतिथि के तौर पर मौजूद रहे। फाइनल कुश्ती के 2 लाख 11 हजार रुपए डॉक्टर रामकेश मीणा और दूसरी बड़ी कुश्ती के 1 लाख 11 हजार रुपए कांग्रेस नेत्री आरती मीणा ने दिए। 2 साल से नहीं भरा था मेला 2 वर्षों तक कोरोना महामारी के चलते करीरी का विशाल लक्खी मेला और कुश्ती दंगल का आयोजन नहीं हो सका था। इस दौरान सरकार की ओर से मेला आयोजित करने की अनुमति नहीं दी गई थी। वहीं, इस बार धूमधाम से मेले का आयोजन किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में लोग पहुंचे। भैरू बाबा को लोग चढ़ा रहे हैं प्रसादी पहाड़ के ऊपर स्थित प्राचीन भैरू बाबा के मंदिर में महिला पुरुष और बच्चे पहुंचकर भैरव बाबा को प्रसादी चढ़ाई। आसपास के ग्रामीण सहित दूरदराज के लोग बाबा के प्रति काफी आस्था रखते हैं। इसके चलते आज सप्तमी को बाबा को खीर, पूए और अन्य पकवानों की प्रसादी भी चढ़ाई जाती है।

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