रांची: झारखण्ड पुलिस मुख्यालय ने एक एहम फैसला लिया है. झारखंड पुलिस में सिपाही-हवलदार को प्रोन्नति के लिए संपत्ति का अब हिसाब देना होगा। डीआईजी कार्मिक ए विजयलक्ष्मी ने इस संबंध में सभी रेंज, प्रशिक्षण केंद्र, वाहिनियों व शाखाओं के डीआईजी से 25 जून तक सेवा पुस्तिका के साथ सिपाहियों व हवलदारों की संपत्ति की जानकारी की मांगी है। गौरतलब है कि दारोगा, इंस्पेक्टर स्तर के अधिकारियों के प्रोन्नति में अब तक सेवा पुस्तिका व संपत्ति की जानकारी की मांग की जाती थी, ऐसा पहली बार है जब सिपाही- हवलदार को प्रोन्नति के लिए संपत्ति की जानकारी देनी होगी।
सिपाही- हवलदार के एएसआई में प्रोन्नति होनी है। प्रोन्नति के लिए क्षेत्रीय चयन पर्षद से सूची मांगी गई थी। सूची मिलने के बाद पुलिस मुख्यालय ने यह तय किया कि पुलिसकर्मियों के सेवा पुस्तिका की भी समीक्षा की जाए। इसके बाद मैट्रिक में पास होने की तारीख, उससे संबंधित कागजात व संपत्ति की जानकारी मांगी गई है। कार्मिक डीआईजी ने सभी डीआईजी को भेजे पत्र में लिखा है कि सेवा पुस्तिका की त्रुटियों को सुधार कर हर हाल में 25 जून तक अद्यतन सेवा पुस्तिका भेजें, ताकि प्रोन्नति को लेकर फैसला लिया जा सके।