(इनपुट-श्वेता सिंह, लखनऊ )
उत्तर प्रदेश में सीरो सर्वे की शुरूआत हो गई है। योगी सरकार के निर्देश पर प्रदेश भर में सैंपलिंग शुरू कर दी गई है। सीएम योगी ने जून के अंत तक सर्वे की रिपोर्ट पेश करने के निर्देश दिए हैं। यह सर्वे अलग अलग वर्गों के आधार पर किया जाएगा।
इसलिए हो रहा है सीरो सर्वे-
सीरो सर्वे के माध्यम से ये पता लगाया जाता है कि कितनी जनसंख्या कोरोना से संक्रमित हुई है और कितने लोग इससे ठीक हो गए हैं। कोरोना से लड़ने के लिए अलग अलग वर्ग और परिस्थितियों के लोगों में कितनी एंटीबॉडी बनी इसका पता लगाने के लिए प्रदेश में शुक्रवार को सीरो सर्वे की शुरुआत हो गई। योगी सरकार के निर्देश पर शुक्रवार से सैंपलिंग शुरू कर दी गई। यह सर्वे 6 जून तक चलेगा। जून के अंत तक स्वास्थ्य विभाग सीरो सर्वे की रिपोर्ट राज्य सरकार को देगा।
तीन स्तरों पर किया जा रहा है सर्वे-
सीरो सर्वे तीन स्तरों पर किया जा रहा है। लिंग, आयु, शहर और गांव के आधार पर सैंपल का आकलन किया जाएगा। सर्वे के दौरान आयु और लिंग के आधार पर भी सैंपलों की रिपोर्ट का आकलन किया जाएगा। इस सर्वे के आधार पर यह भी पता लगाया जाएगा कि प्रदेश की कितनी आबादी कोरोना से संक्रमित हुई।
पहली लहर के दौरान भी हुआ था सर्वे-
गौरतलब है कि कोरोना की पहली लहर के दौरान सितंबर महीने में 11 जिलों में स्वास्थ्य विभाग ने सीरो सर्वे किया था। दौरान 11 जिलों में सीरो सर्वे में 22.1 फीसदी लोगों में एंटीबॉडीज पाई गई थी।