देश के प्रमख उद्योग कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज के पिछले वित्त वर्ष की चौथी तिमाही के शुद्ध लाभ में अब तक की सबसे बड़ी गिरावट दर्ज हुई है l वित्त वर्ष 2019-20 में कंपनी का कुल प्रॉफिट 39 हजार 354 करोड़ रहा जो 2018-19 (39588 करोड़) के मुकाबले 0.59 फीसदी कम है। इसी के साथ रिलायंस इंडस्ट्रीज ने 53,125 करोड़ रुपये के राइट्स इश्यू की घोषणा की है।
Q4 नतीजों पर रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर मुकेश अंबानी कहते है कि ग्लोबल महामारी से पैदा होने वाली चुनौतीपूर्ण मुश्किलों के बावजूद हमारी कंपनी ने एक बार फिर फाइनेंशियल ईयर 2019-20 के लिए दमदार प्रदर्शन दिया है। हमारे O2C (रसायनों के लिए तेल) व्यवसायों अपने इंटीग्रेटेड पोर्टफोलियो, लागत प्रतिस्पर्धा, फीड स्टॉक लचीलापन और उत्पाद प्लेसमेंट क्षमताओं के कारण निरंतर आय प्रदान किया। हमने अपने सामान्य उपयोग वाली सभी प्रमुख सुविधाओं का संचालन करना जारी रखा है।
कंपनी का कहना है कि चौथी तिमाही में उसे 4,267 करोड़ रुपये कुछ ज्यादा ही खर्च करने पड़े जिससे उसके मुनाफे में और कमी आई l तिमाही के दौरान कंपनी की आय 2.5 प्रतिशत घटकर 1,51,209 करोड़ रुपये पर आ गई l
पिछले हफ्ते फेसबुक ने रिलायंस की डिजिटल इकाई जियो प्लेटफार्म में 5.7 अरब डॉलर (43,574 करोड़ रुपये) का निवेश करने की घोषणा की है l इस निवेश से कंपनी को उम्मीद है कि वह जून से पहले 1.04 लाख करोड़ रुपये का कोष जुटा पाएगी.
जिन कर्मचारियों का पैकेज 15 लाख रुपये से कम है उनकी सैलरी में कोई कटौती नहीं की जाएगी। लेकिन इससे ऊपर की आय वालों की सैलरी में 10 % की कटौती होगी। रिलायंस इंडस्ट्रीज के प्रमुख के तौर पर अंबानी सालाना 15 करोड़ रुपये का वेतन लेते हैं। साथ ही बोर्ड या टॉप मैनेजमेंट में शामिल डाइरेक्टरों की सैलरी में 30-50 % कटौती का फैसला लिया गया। चेयरमैन मुकेश अंबानी ने अपनी पूरी सैलरी छोड़ दी।