श्रीराम मंदिर के भूमि पूजन की प्रतीक्षा के बीच श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की बैठक के लिए 18 जुलाई की तारीख तय कर दी गई है। भूमि पूजन का आमंत्रण पत्र लेकर चंपत राय पहले ही दिल्ली रवाना हो चुके है। इसी बीच प्रख्यात वास्तुविद आशीष सोमपुरा ने राम जन्मभूमि परिसर का जायजा लिया। आशीष सोमपुरा के पिता चंद्रकांत सोमपुरा ने तीन दशक पूर्व राम जन्मभूमि पर प्रस्तावित मंदिर का मानचित्र तैयार किया था। आज इसी मानचित्र के आधार पर राम मंदिर का निर्माण शुरू किए जाने की तैयारी है। बढ़ती उम्र और स्वास्थ्य संबंधी कारणों से चंद्रकांत सोमपुरा का आना-जाना आसान नहीं रह गया है और इन परिस्थितियों में मंदिर निर्माण शुरू कराने के अहम मोर्चे पर उन्होंने अपने पुत्र और स्थापत्य कला की दृष्टि से सक्षम उत्तराधिकारी आशीष सोमपुरा को अयोध्या भेजा है। ऐसे में आशीष सोमपुरा के अयोध्या आगमन की गंभीरता का अंदाजा लगाया जा सकता है।
आशीष सोमपुरा के आगमन का मकसद तीन दशक पूर्व तकरीबन सवा एकड़ में प्रस्तावित मंदिर के लिए गढ़ी गई शिलाओं की शिफ्टिंग की योजना को अंतिम स्वरूप देना भर नहीं है बल्कि वे संपूर्ण 70 एकड़ के राम जन्मभूमि परिसर में निर्माण की योजना की रूपरेखा लेकर प्रस्तुत हुए हैं । उनके इस दौरे के बाद राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट प्रस्तावित मंदिर निर्माण की कार्य योजना को लेकर कहीं अधिक स्पष्ट रवैये के साथ आगे बढ़ सकेगा तो उसके पास प्रस्तावित मंदिर के आकार प्रकार पर सवाल उठाकर भव्यतम मंदिर की मांग से उपजे दबाव का सामना करने का विश्वास भी होगा।