भारत, मध्यप्रदेश
भोपाल, कोविड—19 महामारी के मद्देनजर लागू लॉकडाउन की वजह से हुए भारी नुकसान के बाद शराब ठेकेदारों द्वारा अपनी करीब 70 प्रतिशत दुकानें सरेंडर करने के पश्चात मध्यप्रदेश सरकार ने इन दुकानों के संचालन की प्रक्रिया शुरू कर दी है और मंगलवारसे स्वयं शराब बेचना शुरू कर दिया। एक अधिकारी ने बताया कि जब तक इन दुकानों की फिर से निविदा नहीं हो जाती, तब तक इन शराब की दुकानों को सरकार ही चलाएगी। ये शराब की दुकानें पिछले करीब दो सप्ताह से बंद थीं। मध्यप्रदेश आबकारी विभाग के आयुक्त राजीव दुबे ने इसकी पुष्टि की है। लॉकडाउन के बाद से इंदौर जिले की बंद शराब दुकानें मंगलवार को 78 दिन बाद फिर से खुलीं। हालांकि, अभी केवल ग्रामीण और शहर के बाहरी क्षेत्र की दुकानों को खोलने की मंजूरी दी गई है। इन क्षेत्रों में 96 दुकानों को खोला जाना हैसंक्रमण से बचाव के साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग का कड़ाई से पालन करवाने और सैनिटाइजेशन की व्यवस्था बनाने को लेकर निर्देश दिए। इसके अलावा निगम का अमला भी शराब दुकानों पर पहुंचा और यहां बिना मास्क वालों पर कार्रवाई की।
शिवराज सरकार के ऐलान के बाद आज से शराब की दुकानें भोपाल और इंदौर सहित कई जगह में खोल दी गई। जबकि भोपाल इंदौर ये दोनों ही शहर कोरोना संक्रमण में देश में टाप 10 में आ गए हैं। पर फिर भी सरकार मानती है कि भले ईश्वर का दर न खुले पर मदिरालय जरूर खुलना चाहिए।