समाजवादी पार्टी में चाचा-भतीजे का रिश्ता सुधरते नज़र नहीं आ रहें हैं। कभी सपा को उचांईयों पर ले जाने वाले शिवपाल सिंह यादव आज सपा के खिलाफ नज़र आ रहे हैं, यहां तक कि उन्होंने अब विधानसभा चुनाव के लिए प्रत्याशी भी घोषित करना शुरु कर दिये हैं।
दरअसल उत्तर प्रदेश में प्रसपा प्रमुख शिवपाल सिंह यादव ने आगामी चुनाव की तैयारी शुरू कर दी है बता दें कि फिरोजाबाद के जसराना में एक कार्यक्रम में पहुंचे प्रसपा अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव ने विधानसभा चुनाव के लिए अभी से तीन प्रत्याशियों के नाम घोषित कर दिए। उन्होंने जसराना, शिकोहाबाद एवं सिरसागंज से विधानसभा के प्रत्याशियों की घोषणा की।
बता दे कि सिरसागंज विधानसभा क्षेत्र के विधायक हैं और सपा से बगावत किए हुए हरिओम यादव को शिवपाल ने सिरसागंज विधानसभा से प्रसपा के प्रत्याशी के रुप में घोषित किया। सदर ब्लाक से ब्लॉक प्रमुख रह चुकी मीना राजपूत को शिकोहाबाद से प्रत्याशी बनाया वहीं जसराना विधानसभा से प्रो. अनिल यादव को प्रत्याशी बनाने की घोषणा की है।
विलय नहीं सपा से, कर सकतें हैं गठबंधन
शिवपाल सिंह यादव से समाजवादी पार्टी में विलय के बारे में पूछां गया तो इस दौरान शिवपाल यादव ने कहा कि समाजवादी पार्टी (सपा) में उनकी पार्टी का विलय नहीं होगा। गठबंधन के लिए वह समान विचारधारा के लोगों से बात कर रहे हैं। सपा से भी गठबंधन कर सकते हैं।
फिरोजाबाद के जसराना में पहुंचे प्रसपा अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव ने किसान मुद्दे पर भाजपा पर भी हमला बोला, उन्होंने कहा कि अगर किसान चाहेंगे तो प्रसपा कार्यकर्ता आंदोलन को धार देने का कार्य करेंगे। शिवपाल सिंह यादव ने आजम खां के साथ हो रही कार्यवाई पर भी सरकार पर सवाल खड़े किए उन्होने कहा कि आजम खां और अन्य लोगों के प्रतिष्ठानों एवं मकानों पर बुलडोजर चलवाना गलत परंपरा डालने का कार्य है।
औवेसी के साथ गठबंधन पर अभी साफ नहीं
असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) से गठबंधन के सवाल को शिवपाल टाल गए। उन्होंने कहा कि अभी उनसे बात नहीं हुई है। पर आपकों बता दें कि सपा से अलग होने के बाद शिवपाल की पार्टी ,पार्टी ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी के साथ चुनाव लड़ सकतें हैं, क्योंकि असदुद्दीन ओवैसी के यूपी में आने के बाद शिवपाल ने उनसे मुलाकात की थी जिससे यह संवाभावनायें और तेज हो जाती हैं।