परिवार की बहू डिंपल यादव को समर्थन देने के बाद से शिवपाल यादव की मुश्किलें बढ़ती जा रही है. भतीजे के साथ जाते ही बीजेपी सरकार ने शिवपाल यादव की सुरक्षा घटा दी है. शिवपाल को अब Y कैटेगरी की सुरक्षा मिलेगी.
इतना ही नहीं, शिवपाल यादव अब सीबीआई की रडार में भी आ गए हैं. दरअसल, CBI ने गोमती रिवर फ्रंट घोटाला मामले में आगे की जांच के लिए पूछताछ की अनुमति मांगी है. जल्द ही सीबीआई शिवपाल यादव से पूछताछ कर सकती है. हालांकि शिवपाल यादव का साफ कहना है कि सब कुछ नियमानुसार हुआ.
वहीं, मैनपुरी उपचुनाव के बीच सीबीआई की एंट्री से समाजवादी पार्टी समेत दूसरे विपक्षी दल बीजेपी पर हमलावर है. कांग्रेस प्रवक्ता अंशु अवस्थी ने बीजेपी घेरते हुए कहा कि भ्रष्टाचार के विषय पर बीजेपी की नीयत में खोट है. बीजेपी भ्रष्टाचार खत्म करने के बजाय सिर्फ हथियार की तरह इस्तेमाल कर रही.
वहीं विपक्ष के आरोपों पर बीजेपी की ओर से जवाब आया.
बीजेपी प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी का कहना है कि विपक्ष हर मुद्दे को राजनीतिक रंग देने का प्रयास कर रहा है. रिवर फ्रंट घोटाले की सीबीआई जांच बीजेपी के संकल्प पत्र का हिस्सा है.
चुनावी मौसम में गोमती रिवर फ्रंट घोटाले का मुद्दा काफी चर्चा में है. इस घोटाले में तत्कालीन सिंचाई मंत्री शिवपाल यादव और दो वरिष्ठ अधिकारी रडार पर हैं. इस मामले में योगी सरकार ने सिंचाई विभाग से संबंधित रिकॉर्ड तलब किया है. रिकॉर्ड के आधार पर CBI को शिवपाल यादव से पूछताछ की अनुमति दी जाएगी.