यूपी पुलिस का ऑपरेशन क्लीन पूरे रौ में है। यूपी में बड़े-बड़े बदमाश इस समय पुलिस से डर कर भाग रहे है। कल तक जो बदमाश पुलिस को अपना साथी समझते थे आज उसी की गोली का शिकार हो रहे है। BJP नेता कृष्णानंद राय हत्याकांड में आरोपी इनामी बदमाश हनुमान पांडे को भी आज एनकाउंटर में ढेर कर दिया गया। बाहुबली नेता मुख्तार अंसारी और माफिया डॉन रहे मुन्ना बजरंगी के करीबी हनुमान पांडेय उर्फ राकेश पांडेय को UP STF ने मार गिराया है। हनुमान पांडे पर 50 हजार का इनाम था। यूपी एसटीएफ की लखनऊ के सरोजनीनगर में हनुमान पांडे और उसके साथियों ने मुठभेड़ हुई। जिसमे हुई क्रॉस फायरिंग में हनुमान पांडे मारा गया। हनुमान पांडेय मऊ के कोपागंज का रहने वाला था और कई सनसनीखेज वारदातों में शामिल था। मुन्ना बजरंगी की हत्या के बाद बदमाश हनुमान मुख्तार अंसारी गैंग का बड़ा शूटर बन गया था। हनुमान पांडेय बाहुबली नेता मुख्तार अंसारी के गैंग डी-5 का सबसे सक्रिय सदस्य था। मुन्ना बजरंगी की जेल में हत्या के बाद हनुमान पांडे मुख्तार अंसारी के गैंग का बड़ा शूटर बन गया था।
कैसे हुआ हनुमान पांडे का एनकाउंटर-
एसटीएफ के एसएसपी सुधीर कुमार सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि बनारस एसटीएफ और लखनऊ की टीम पांडे का पीछा कर रही थी जिसके बाद सरोजिनी नगर में बदमाश की गाड़ी पेड़ से टकरा गई। इसके बाद बदमाशों ने बच निकलने के लिए पुलिस पर गोलियां चला जिसके बाद पुलिस ने भी जवाबी फायर किए। इस क्रॉस फायरिंग में एक बदमाश घायल हो गया। जिसके बाद उसे अस्पताल ले जाया गया. जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया। उसके 4 साथी मौके का फायदा उठाकर भाग गए।
BJP विधायक कृष्णानंद राय हत्याकांड में आरोपी था हनुमान पांडेय-
हनुमान पांडे चर्चित BJP नेता कृष्णानंद राय हत्याकांड में भी आरोपी था। 2005 में विधायक रहे कृष्णानंद राय की गोलियों से भूनकर हत्या कर दी गई थी। कृष्णानंद राय 2002 में गाजीपुर की मोहम्मदाबाद विधानसभा से विधायक बने थे। वो 29 नवंबर, 2005 को एक कार्यक्रम में शामिल होने सोनाड़ी गांव पहुँचे थे, बारिश ज्यादा होने के चलते कृष्णानंद राय अपनी बुलेटप्रूफ गाड़ी की जगह सामान्य गाड़ी में वहां पहुँचे थे। कार्यक्रम के बाद शाम करीब 4 बजे वो अपने गांव लौट रहे थे कि तभी बसनियां चट्टी के पास उनके काफिले को कुछ लोगों ने घेर लिया और AK 47 से फायरिंग कर दी। इसमें कृष्णानंद राय समेत 7 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई थी।
400 राउंड चली थी गोलियां, 67 गोलियां शवों से मिली थी -
पुलिस ने बताया था कि कृष्णानंद राय और उनके साथियों पर करीब 400 राउंड फायरिंग हुई थी, जिसमें 67 गोलियां मरने वाले 7 लोगों के शरीर से मिली थीं। मरने वालों में कृष्णानंद राय के अलावा मोहम्मदाबाद के पूर्व ब्लॉक प्रमुख श्यामाशंकर राय, भांवरकोल ब्लॉक के मंडल अध्यक्ष रमेश राय, अखिलेश राय, शेषनाथ पटेल, मुन्ना यादव और कृष्णानंद राय के बॉडीगार्ड निर्भय नारायण उपाध्याय थे। इस हत्याकांड में कृष्णानंद राय की पत्नी अलका राय ने मऊ के विधायक मुख्तार अंसारी, उनके भाई और सांसद अफजाल अंसारी के साथ ही कुख्यात शूटर मुन्ना बजरंगी के खिलाफ हत्या का केस दर्ज करवाया था।