क्या अब भी है किसी को शक कि - "आतंकी है शरजील"..जिसके नाम मे जुड़ा है "इमाम"
सामने आए वो सबूत जो मुँह बन्द करने के लिए काफी हैं वामपंथी वर्ग के..
यह वो आतंकी हैं जिसके लिए वामपंथी वर्ग और तथाकथित सेकुलरो ने एक तरह से मोर्चा खोल दिया। पाकिस्तान को बनाने वाले मोहम्मद अली जिन्ना से भी ज्यादा खतरनाक सोच और साजिश के दिमाग में चल रही थी लेकिन हैरानी की बात यह है कि इसको फिर भी कुछ लोग तथाकथित छात्र नाम से संबोधित करते हैं। इस पर हुई कार्यवाही को राष्ट्रीय आपदा घोषित करने की पूरी कोशिश की गई लेकिन आखिरकार सच ज्यादा समय तक दबाया नहीं जा सका और इसके साथ इसके सहयोगी भी बेनकाब हुए हैं। अब सवाल यह उठ रहा है कि इनके समर्थक वामपंथियों जिहादियों और तथाकथित सेकुलर का अगला पैंतरा क्या होगा?
विदित हो कि NRC - CAA विरोधी प्रदर्शन में भडकाऊ भाषण के आरोपी आतंकी शारजील इमाम की मुसीबत बढ़ रही हैं और उसके काले कारनामे अब खुलकर प्रमाणों के साथ सामने आने लगे हैं। अब अपने असल रूप में चर्चित हो चुके जेएनयू अर्थात जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के छात्र वेश में जिहादी शारजील इमाम की आवाज जामिया मिलिया इस्लामिया और अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) में पिछले साल उनके द्वारा दिए गए कथित देशद्रोही भाषणों के वीडियो से मेल खाती है। केंद्रीय फोरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला (CFSL) की रिपोर्ट में इस बात का खुलासा हुआ है।
दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने शनिवार को कोर्ट में एक रिपोर्ट सौंपी है, जिसमें भाषणों का वीडियो और ट्रांसक्रिप्ट भी शामिल है। सीएफएसएल का निष्कर्ष शरजील इमाम के खिलाफ केस में साक्ष्य का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। आपको बता दें कि शरजील पर जामिया और एएमयू के परिसरों पर भड़काऊ भाषण देने के आरोप हैं, जो कि पिछले साल 13 और 15 दिसंबर को जामिया के बाहर हुई हिंसा के कारण थे। पुलिस ने शरजील इमाम के खिलाफ देशद्रोह (भारतीय दंड संहिता 124A) का मामला दर्ज किया था और नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) का विरोध करते हुए सड़कों को अवरुद्ध करने और आवश्यक आपूर्ति में बाधा पहुंचाने का भी आरोप लगाया है.
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