चुनाव आयोग ने पार्टी का नाम और चुनाव चिह्न दोनों अजित पवार गुट को दे दिया है. वहीं शरद पवार की पार्टी को नया नाम मिल गया है. चुनाव आयोग द्वारा अजित पवार के गुट के पक्ष में फैसला देने पर प्रतिक्रिया दी है. शरद पवार ने कहा कि चुनाव आयोग का फैसला हैरान करने वाला है.
शरद पवार ने कहा, 'चुनाव आयोग ने न केवल सिंबल छीना है बल्कि हमारी पार्टी किसी और को दे दी है. जिसने पार्टी की स्थापना की, चुनाव आयोग ने उसके हाथ से पार्टी किसी और को सौंप दी. ऐसा पहले कभी नहीं हुआ.'' शरद पवार ने इस फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी है. शरद पवार ने कहा, ''मुझे भरोसा है कि लोग चुनाव आयोग के फैसले का समर्थन नहीं करेंगे, जिसके खिलाफ हमने सुप्रीम कोर्ट का रुख किया है.'
वहीं इस बीच महाराष्ट्र के पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे ने भारत रत्न को लेकर पीएम नरेंद्र मोदी पर हमला किया है. उद्धव ठाकरे ने कहा कि पीएम मोदी के मन में जिसका भी नाम आ रहा है वह उन्हें भारत रत्न दे रहे हैं, जबकि पहले यह नियम होता था कि कितने लोगों को भारत रत्न दिया जा सकता है. उद्धव ठाकरे ने यह भी कहा कि कर्पूरी ठाकुर को इसलिए भारत रत्न दिया गया क्योंकि बीजेपी को बिहार में वोट चाहिए.
''पहले यह नियम होता था कि कितने लोगों को भारत रत्न दिया जा सकता है और किसे दिया जा सकता है और कब दिया जा सकता है. पीएम नरेंद्र मोदी उन्हें दे रहे हैं जिनका भी नाम उनके दिमाग में आ रहा है. मैं यह नहीं कह रहा है कि जिन्हें भारत रत्न दिया गया वह गलत है. उन्हें बिहार में वोट चाहिए इसलिए कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न दिया जा रहा है.''
वहीं सांसद संजय राउत ने कहा कि भारत रत्न राजनीतिक फायदे को देखकर दिया रहा है. उन्होंने कहा कि यह कानूुन है कि एक साल में केवल तीन लोगों को ही भारत रत्न दिया जा सकता है लेकिन केंद्र सरकार पांच लोगों को भारत रत्न देने जा रही है.