यह वही चीन है जिसे पूरी दुनिया भर में कोरोना फैलाने के लिए सबसे मुख्य गुनहगार माना जा रहा है। माना ही जा रहा है कि इसी चीन का कुकृत्य आज पूरी दुनिया आज कोरोनावायरस के रूप में झेल रही है.. लेकिन इसके बावजूद भी विश्व संकट काल में यह चीन वही हरकतें कर रहा है जिसके लिए वामपंथ दुनिया भर में जाना जाता है.
अगर आप किम जोंग उन को दुनिया का सबसे बड़ा तानाशाह अथवा सनकी व्यक्ति मानते हैं तो यह गलत होगा। दुनिया का सबसे बड़ा तानाशाह व सनकी असल में चीन का राष्ट्रपति शी जिनपिंग है जिसमें कोरोना संकट काल में भी दुनिया से हर देश से लड़ने की ठान जैसे रखी है..
एक तरफ उसने अमेरिका से कोल्ड वार छेड़ रखा है तो दूसरी तरफ इंडोनेशिया, किर्गिस्तान के साथ ताइवान को भी अपनी सेना की धौंस दिखाता रहता है.. ठीक इसी समय में भारत की तरफ भी उसने नजर उठाने की हिमाकत की है और उसके हेलीकॉप्टर भारत की सीमा के आस पास देखे गए हैं.. यद्यपि भारत ने चीन का मुंहतोड़ जवाब दिया और अपने लड़ाकू विमानोसे चीनी हेलीकॉप्टरों को खदेड़ दिया.. यद्द्पि चीन अपनी किसी भी हरकत में कामयाब तो नहीं हुआ, लेकिन हां उसने अपना एक रूप जरूर दुनिया को दिखा दिया कि वह युद्ध के लिए एक उन्मादी देश है जिसके लिए अंतरराष्ट्रीय नियम कानून या मानवता के सिद्धांत नगण्य है..
न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक, चीनी हेलीकॉप्टर लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा के बिल्कुल पास उड़ रहे थे. चीनी हेलीकॉप्टर की इस मूवमेंट को रोकने के लिए भारत के वायु सेना के लड़ाकू विमानों ने इलाके में गश्त लगाई. लड़ाकू विमानों में सुखोई-30 भी शािमल है.माना जाता है कि चीनी की आक्रामकता का उद्देश्य है कि पाकिस्तान का समर्थन करने के साथ-साथ भारत के साथ एक नया मोर्चा खोलने की है. साथ ही कोरोना को लेकर लग रहे आरोपों से दुनिया का ध्यान भटकाने की है.
मिली जानकारी के अनुसार दो दिन पहले उत्तरी सिक्किम में भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच आमना-सामना हुआ, जिसमें दोनों पक्षों के सदस्यों को मामूली चोटें आईं. इस दौरान भारतीय और चीनी सेना के जवान आक्रामक हो गए थे, जिसमें कुछ को मामूली चोटें आई थीं. हालांकि, बाद में स्थानीय स्तर पर बातचीत के बाद सैनिकों को हटा दिया गया था। डोकलाम विवाद के बाद पहली बार दोनों देशों के सेनाओं के बीच इतना तनाव देखा जा रहा है. चीन की किसी भी हरकत का जवाब देने के लिए भारतीय सेना भी सतर्क है।