गुरुवार सुबह आधारताल तालाब के किनारे लावारिस हालत में मिली लाडो पर प्यार लुटाने एसपी सिद्धार्थ बहुगुणा एल्गिन पहुंचे। इस 'परी' के लिए वो पालना, कपड़े और खिलौने लेकर पहुंचे थे। लाडो को SNCU में रखा गया है, लेकिन उसकी हालत ठीक है। मासूम को इस अस्पताल में कई ऐसे मां मिली है, जो अपने बच्चों के हिस्से का कुछ दूध इस मासूम काे भी दे रही हैं।मासूम लाडो को भले ही उसकी जन्मदात्री ने ठुकरा दिया हो, लेकिन उसे अपनाने के लिए कई परिवार एल्गिन पहुंचे थे। मासूम काे गोद लेने की इच्छा से पहुंचे परिवार इसके लिए जरूरी प्रक्रिया भी पूरी करने को तैयार हैं। हालांकि गोदनामे की पूरी एक प्रक्रिया है, तभी किसी को बच्चे गोद दिया जाता है। बहरहाल, मासूम के लिए एसपी द्वारा गिफ्ट लेकर पहुंचने के बाद कई लोग आगे आ रहे हैं। एल्गिन अस्पताल की महिला आरएमओ डॉक्टर रश्मि भटनागर के मुताबिक मासूम की हालत अब खतरे से बाहर है।
यह थी घटना,
अधारताल तालाब के किनारे गुरुवार सुबह 8 बजे रोते हुए मासूम को सबसे पहले वहीं के देवेंद्र जायसवाल ने देखा था। वह रोज की तरह सुबह टहलने पहुंचे, तो मासूम के रोने की आवाज सुनकर पहुंचे थे। मासूम के शरीर पर लाल चींटियां रेंग रही थी। चीटियाें के काटने से वह रो रही थी। देवेंद्र ने इसकी सूचना संजय पाटकर, पूर्व पार्षद प्रदीप यादव, मोनू केवट, आतिश केवट, हैप्पी केवट, शिवम चौरसिया, सोनू केवट के साथ डायल-100 को दी थी। इसके बाद मासूम को एल्गिन में भर्ती कराया गया है।