अभी कुछ दिन पहले ही हिमाचल के धर्मशाला में विधानसभा गेट पर खालिस्तानियों ने झंडे और नारे लिखे थे। जिसके बाद पंजाब सही पुरे उत्तर भारत में प्रशासन अलर्ट पर आ गया था। इस मामले में एक खालिस्तानी आतंकी को गिरफ्तार किया गया था। इस मामले में एसआईटी अपनी चार्जशीट दाखिल कर दी है।
हिमाचल में पहली बार आतंकवाद रोधी गैर कानूनी गतिविधियां रोकथाम अधिनियम (यूएपीए) के तहत मुकदमा दर्ज किया है और उसी के तहत चार्जशीट दाखिल की है। दंडाधिकारी धर्मशाला शुभांगी जोशी की अदालत में दाखिल चार्जशीट में पुलिस ने रूपनगर से गिरफ्तार आरोपी हरजीत और परमजीत पम्मा को शामिल किया है।
आतंकियों के खिलाफ आठ मई को धर्मशाला थाने में एफआईआर दर्ज की गई थी। एसआईटी की जांच में भारत विरोधी दुष्प्रचार में संलिप्त 247 लोगों के मॉड्यूल का पता चला है, जिसमें 188 लोग भारत, जबकि 59 विदेश में रह रहे हैं।
पन्नू को भी इस मामले में सह आरोपी व मुख्य साजिशकर्ता के रूप में एफआईआर में नामित किया गया। मामले की जांच के लिए डीआईजी संतोष पटियाल की अध्यक्षता में एसआईटी गठित की गई थी।
इसके बाद एसआईटी ने हरवीर सिंह और परमजीत सिंह उर्फ पम्मा निवासी रुड़की हिरन, डाकघर लुथेरी, तहसील चमकौर साहिब जिला रूपनगर पंजाब को 11 मई व 14 मई को गिरफ्तार किया गया था।
पुलिस कांस्टेबल भर्ती पेपर लीक मामले में चार्जशीट दायर होने के बाद अब अगली सुनवाई 15 जुलाई को होगी। यह सुनवाई न्यायाधीश कांगड़ा श्वेता नरूला की अदालत में होगी। बताया जा रहा है कि 25 गिरफ्तार आरोपियों को वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से पेश किया जाएगा।