बिहार राजनीत का पाठशाला है अब ज़ोर जबरदस्ती से किसी को मुख्य मंत्री नहीं बनाया जा सकता हैं .राजद मे राबड़ी देवी के नाम पर सभी दिल से हर पहलु से मैडम को मुख्यमंत्री मान लेंगे .पर मैडम अपने बेटा मोह के कारण आगे नहीं आ रही हैं .
जिम्मेदारी मिलने पर लालू के छोटे लाल ने नितीश के साथ बिहार मे प्रयोग भी सही साबित हुआ .पर नीतीश के बड़े कद के सामने तेजस्बी को बिहार के लोगों ने नकार दिया हैं .जो राजद का वोट बैंक हैं यह लालु की लगाए बैंक फशल हैं जिसे तेज़ तेजस्बी काट रहे हैं .
समय आने पर राजद को लगता हैं सभी की सहमती बन जाएंगी पर राजनीत मैं अपने ही धोखा देते हैं .मेरी छोटी अनुभब यह बताता हैं कि राबड़ी देवी को आज मुख्यमंत्री के रूप राजद आगे लाए तो बिहार मैं सरकार बदलना आम बात होंगी .सभी विधायक सभी के सम्पर्क मे रहते हैं .राजनीत मे कब क्या हो कहाः नहीं जा सकता हैं .
मांझी और मुकेश के ८ विधायक मे से 5 विधायक बीजेपी राजद के सम्पर्क मे हैं .यही हाल राजद और जनता दल के विधायक का हैं ए भी मोठे समय पर दल बदल सकते हैं .कांग्रेस के विधायक को तोड़ने मे बीजेपी और राजद को एक रात ही खाफी हैं .पर इतना तय हैं जिस दिन नितीश ने चाहा बिहार मैं खेल हो जाएगा .सारा रिमोट ख़ुद मुख्यमंत्री रखते हैं .